राजनीतिक संवाददाता द्वारा
मुंबई: महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा को लेकर शिवसेना और बीजेपी के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा कई घंटे चले तनाव के बाद आखिरकार खत्म हो गया. उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray)के आवास मातो श्री (Matoshree )के बाहर बीजेपी की अमरावती की सांसद नवनीत राणा औऱ उनके पति दिलीप राणा ने हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था, लेकिन शनिवार सुबह ही सैकड़ों की तादाद में शिवसैनिक राणा के घर के बाहर जमा हो गए. भारी पुलिस बल के बीच आक्रोशित शिवसेना कार्यकर्ता राणा के आवास के बाहर धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करते रहे. शिवसेना कार्यकर्ताओं ने वहां हनुमान चालीसा भी पढ़ी. हालांकि राणा दंपति पहले तो अपने ऐलान पर डटे रहे, लेकिन जब उन्हें बाहर निकलने का रास्ता न मिला तो कदम वापस खींच लिए. राणा दंपति ने कहा कि वो फैसला वापस ले रहे हैं, क्योंकि कल पीएम मोदी मुंबई आने वाले हैं और वो इसको लेकर कोई कानून-व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति पैदा नहीं होने देना चाहते.
अमरावती से सांसद नवनीत राणा (Navneet Rana) और उनके पति एवं विधायक रवि राणा द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने के ऐलान के बाद, शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा शनिवार को उनके घर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया गया. उग्र शिवसेना कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़ कर घर में घुसने का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस ने कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है. इधर प्रदर्शन के बीच राणा दंपति ने फेसबुक लाइव कर एक वीडियो साझा किया है. जिसमें राणा दंपति पूजा करते नज़र आ रहे हैं.मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने शुक्रवार को राणा दंपति को मनाने की कोशिश की थी और उन्हें नोटिस भी भेजा था, लेकिन वो नहीं माने थे.
वीडियो में कहा गया है कि हम पवनपुत्र हनुमान और श्री राम का आशीर्वाद लेकर महाराष्ट्र के उन्नति के लिए हनुमान चालीसा पढ़ना चाहते हैं. किसान, मजदूर और बेरोज़गारी के मुद्दे पर और उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने के बाद पूरे महाराष्ट्र पर शनि लगा हुआ है. इसलिए शनिवार के दिन हम मातोश्री जा कर यह काम करना चाहते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि मातोश्री हमारा हॄदयस्थान है.. बालासाहब ठाकरे हमारे भगवान हैं. इसलिए उस जगह पर जाकर हनुमान चालीसा का पाठ हम करने वाले हैं.
वीडियो में उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र के शांति के लिए, शनिवार का दिन जो भगवान का दिन है, शांति का दिन है इसलिए आज के दिन यह शनि जो महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के वजह से लगा है, उसे हम खत्म करना चाहते हैं. पूरे महाराष्ट्र में उन्नति होना चाहिए, इसलिए मैं हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहती हूं. हम मराठी मानुस हैं, हमें मुंबई में हनुमान चालीसा पढ़ने से रोकने की कोशिश की जा रही है.
उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं. यह शिवसैनिक बालासाहेब ठाकरे के शिवसैनिक नहीं हैं..अगर यह उनके होते तो ये हमें नहीं रोकते.पुलिस हमें रोक रही है, शिवसैनिकों को हमारे दरवाज़े तक लाया गया है. मुख्यमंत्री अगर कायदा तोड़ मेरे घर हमला करवा रहे हैं तो यह महाराष्ट्र के प्रथा को तोड़कर किया जा रहा है, महाराष्ट्र में न्याय व्यवस्था बिगाड़ने का काम खुद शिवसेना कर रही है.
मैं हनुमान जी से प्रार्थना करती हूं कि इन्हें सद्बुद्धि मिले.इन्हें बालासाहब ठाकरे के विचार पर चलन चाहिए, लेकिन ये हिंदुत्व का मुद्दा छोड़ दूसरी तरफ जा रहे हैं. अंत में उन्होंने कहा कि पुलिस हमें रोक रही है, शिवसैनिक हमारे घर पर हमला कर रहे हैं. मुख्यमंत्री उन्हें यह करने की आदेश दे रहे हैं. यह इसलिए किया जा रहा क्योंकि हम हनुमान चालीसा पढ़ रहे हैं.