मेघालय की शिलॉन्ग सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार सनबोर शुलई ने कहा कि वह मेघालय समेत पूर्वोत्तर राज्यों में नागरिकता (संशोधन) विधेयक लागू होने पर खुद की हत्या कर लेंगे. बता दें, अपने चुनावी घोषणा पत्र में बीजेपी ने केंद्र की सत्ता में लौटने पर नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लागू करने का वादा किया है.
मेघालय विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष सनबोर शुलई ने वोट डालने के बाद कहा कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक को तब तक लागू नहीं किया जाएगा, जब तक कि सनबोर शुलई जीवित है. अगर ऐसा हुआ तो मैं खुद को मार दूंगा. उन्होंने कहा कि मैं बिल को मेघालय और उत्तर पूर्व में लागू होने देने की पर आत्महत्या करूंगा. अगर भारत के किसी अन्य हिस्से में यह विधेयक लागू किया जाता है तो मुझे कोई समस्या नहीं है.
सनबोर शुलई ने कहा कि मैंने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के केंद्रीय नेताओं और गैर सरकारी संगठनों को एक पत्र सौंपा था कि मेघालय और पूर्वोत्तर राज्यों को नागरिकता (संशोधन) विधेयक से छूट दी जानी चाहिए. विधेयक में संशोधन की जरूरत है.
दरअसल, मोदी सरकार नागरिकता (संशोधन) विधेयक को 2016 में लाई थी. इस विधेयक के अनुसार अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदायों को 12 साल के बजाय छह साल भारत में गुजारने पर और बिना उचित दस्तावेजों के भी भारतीय नागरिकता मिलने का प्रावधान है.
इस विधेयक का पूर्वोत्तर के राज्यों में जबरदस्त विरोध हो रहा है. बीजेपी के कई सहयोगी दलों ने विधेयक को लेकर नाता भी तोड़ लिया है. अब खुद बीजेपी प्रत्याशी सनबोर शुलई ने भी विधेयक का विरोध किया है. ऐसे में इस कानून को देशभर में लागू करने का वादा करने वाली बीजेपी के लिए पूर्वोत्तर में यह कानून मुश्किल का सबब बन सकता है.