आदिवासी एक्सप्रेस /अनिल कुमार
मोहनपुर: प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय ठाढी़यारा में एक शिक्षक द्वारा चौथी कक्षा के बच्चों से खैनी बनाने को कहा तो छात्रा ने वही डर के मारे बना भी दिया और शिक्षक ने खा भी लिया छात्रा ने इसकी शिकायत अपने अभिभावकों को बताया जिसके बाद दर्जनों अभिभावक स्कूल पहुंचकर हंगामा किया था और शिक्षकों पर आरोप लगाया कि इस विद्यालय में शिक्षक समयानुसार आने की वजह अपनी मनमर्जी से आते हैं। जिसके आदिवासी एक्सप्रेस अखबार ने इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था । जिसके बाद इस मामले को संज्ञान में लेकर बीइईओ द्वारा गंभीरता से जांच करने की बात कही गई है। बताते चलें कि जब हमारे संवाददाता ने शिक्षक द्वारा पढ़ाए गए प्रश्न गणित से पूछा गया कि आयत का परिमाप क्या होता है पता नहीं, झारखंड का उप राजधानी भी नहीं मालूम, देवघर का उपायुक्त कोन है ये भी नही मालूम, खैर छोड़िए जब मोहनपुर का स्पेलिंग पूछा गया यह भी नहीं बता पाया । जब पांचवी कक्षा के छात्र से पूछा गया आप किस जिले में रहते हैं बोला मालूम नहीं ,झारखंड में कुल कितने जिले हैं तो ज्यादातर बच्चों ने चुप्पी साध ली। और वहां के अभिभावक कहने लगा कि इन विद्यालय में निम्न स्तर को शिक्षा देखकर यह हालात है की बड़ी लापरवाही हो रही है यहां पढ़ने वाले बच्चे को अच्छी तरह से शिक्षा गुणवत्ता नहीं मिल पा रहा है। *क्या कहते हैं बीइईओ* मामले को लेकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बीइईओ से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शिक्षा के प्रति इस तरह का मामला दयनीय है टीम गठित की गई है। शुक्रवार को टीम के साथ खुद इस मामले गंभीरता से जांच करेंगे और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।