अमेठी के लोगो ने चुनाव आयोग को भेजी खून से लिखी चिट्ठी

Amethi's letter sent to the Election Commission, written by blood

News Agency : अमेठी की एक शख्स ने चुनाव आयोग को अपने खून से लिखा पत्र भेजा है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी से आहत इस शख्स ने ये चिट्ठी चुनाव आयोग को लिखी है। इसमें उन्होंने लिखा है, “देश के प्रधानमंत्री द्वारा भारत रत्न अमेठी के सांसद रहे स्वर्गीय राजीव गांधी का अपमान पीड़ादायी और कष्टदायी है। हम सबकी नजरों मे राजीव गांधी का अपमान करने वालों के लिए वही भाव है जो उनकी निर्मम हत्या करने वालों के लिए है।”

चुनाव आयोग को जिस शख्स ने अपने खून से ये चिट्ठी लिखी है उनका नाम मनोज कश्यप है। ये अमेठी के किटियांवा, शाहगढ़ का रहने वाला है। मनोज कश्यप ने अपने खून से लिखी चिट्ठी के जरिए चुनाव आयोग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आपत्तिजनक टिप्पणी करने से रोकने के लिए निर्देश देने की मांग की है। यही नहीं उन्होंने पत्र में लिखा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने हमें eighteen साल की उम्र में वोट देने का अधिकार दिया, पंचायती राज व्यवस्था लागू की और देश में कंप्यूटर क्रांति लेकर आए। पत्र में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के एक लेख का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने राजीव गांधी की प्रशंसा की है।

मनोज कश्यप ने अपने पत्र में लिखा है, “मुख्य निर्वाचन आयोग, देश के प्रधानमंत्री द्वारा भारत रत्न अमेठी के सांसद रहे स्व. राजीव गांधी का अपमान पीड़ादायी व कष्टदायी है। हम सबकी नजरों में राजीव गांधी का अपमान करने वालों के लिए वही भाव है, जो उनकी निर्मम हत्या करने वालों के लिए है। उन्होंने हमें eighteen वर्ष की आयु मे मताधिकार के प्रयोग का अधिकार दिया। देश को मजबूत करने के लिए पंचायती राज व्यवस्था दी। कम्प्यूटर क्रांति आदि के कारण विश्व में भारत का गौरव बढ़ाने का काम किया।”

मनोज कश्यप ने आगे लिखा, “उनके (राजीव गांधी) बारे में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई सरीखे तमाम नेताओं ने आदर पूर्वक लेख लिखे थे। परन्तु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका अपमान करके करोड़ों देशवासियों को आहत किया है। हम अमेठीवासी जन-जन आक्रोशित हैं। क्योंकि उनका लहू आतंकवादियों ने गिराया था, उसका दर्द तब से आज तक अमेठी के जन-जन में है। ये पत्र खून से इसीलिए लिख रहा हूं कि अमेठी की पवित्र मिट्टी में राजीव गांधी की भावनाएं समाई हुई हैं। चुनाव से पहले मन किया था लेकिन पत्र इसलिए नहीं लिखा कि मेरे दर्द का मतलब राजनीति न निकाला जाए। नरेंद्र मोदी को निर्देशित करें के वोट के लिए इतनी घटिया बातें न बोले जिससे करोड़ों लोगो की भावना आहत हो।”

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