रिपोर्ट – प्रमोद कुमार सिंह
औरंगाबाद :- मुख्यालय स्थित सोन कॉलोनी मोड़ पर एक निजी क्लिनिक से बड़ी मामला प्रकाश में आया है, जहां झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही के कारण एक किशोरी की मौत हो गई। घटना के बाद नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने क्लिनिक में जमकर तोड़फोड़ की। बताया जाता है कि शहर की एक किशोरी गुरुवार को व्रत के दौरान बाजार गई थी। खरीदारी के बाद उसे अचानक पेट में दर्द की शिकायत हुई। परिजनों ने उसे नजदीकी क्लिनिक में दिखाया, जहां डॉक्टर ने उसे दो-तीन इंजेक्शन दिए, जिससे उसकी हालत कुछ समय के लिए सामान्य हो गई। परंतु रात होते-होते किशोरी की हालत फिर बिगड़ने लगी। उसका हीमोग्लोबिन स्तर अचानक गिरने लगा, जिस पर डॉक्टर ने उसे इलाज के लिए कहीं और रेफर कर दिया। परिजन उसे सदर अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। किशोरी की मौत से परिवार में शोक की लहर दौड़ गई, और परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। *परिजनों ने क्लिनिक में किया हंगामा, की तोड़फोड़*-
गुस्साएं परिजन और ग्रामीण क्लिनिक पहुंचकर हंगामा करने लगे। गुस्से में उन्होंने क्लिनिक में तोड़फोड़ की और वहां खड़े एक वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। आसपास के लोग भी इस हंगामे को देखने के लिए जुट गए। क्लिनिक के पास काफी देर तक तनावपूर्ण स्थिति बनी रही।स्थानीय लोगों ने बताया कि इस हंगामे के बीच समझौते की बातचीत शुरू हो गई। कुछ लोगों ने डॉक्टर और परिजनों के बीच पैसे के लेनदेन के जरिए मामला शांत कराने की कोशिश की। आखिरकार, काफी देर की बातचीत के बाद समझौता हो गया और मामले को रफा-दफा कर दिया गया। औरंगाबाद थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि किशोरी की मौत की सूचना मिली है, लेकिन सुबह के हंगामे और तोड़फोड़ की कोई आधिकारिक सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि यदि परिजनों की ओर से आवेदन मिलता है, तो मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।