स्वच्छता पखवाड़ा में भी पेयजल स्वच्छता कार्यालय अस्वच्छ..
जनप्रतिनिधियों ने किया औचक निरीक्षण..
शुभम सौरभ
गिरिडीह,विशेष प्रतिनिधि। जिले के जमुआ प्रखण्ड मुख्यालय में स्थित पेयजल स्वच्छता कार्यालय खुद गंदगी के अंबार पर खड़ा है।मुख्य दरवाजे सड़क तरफ कीचड़ आने जाने वालों का स्वागत करते हैं। महीनों से जमे जल और कीचड़ की सड़ांध बु लोगों को उस ओर से गुजरने से ही सरदर्द का शवब बन रही है। पश्चिम तरफ छोटे से गेट से लोग अंदर जाते आते हैं। बुधवार को जनप्रतिनिधियों की टीम ने प्रमुख प्रतिनिधि एवं उप प्रमुख के नेतृत्व में स्वच्छता कार्यालय का औचक निरीक्षण किया तो कई बड़ी बड़ी गड़बड़ियां दृष्टिगोचर हुईं। केम्पस में झाड़ियां थी। बड़े बड़े घास यत्र तत्र उग आए थे। केम्पस में कई बैल चर रहे थे। चारो तरफ गंदगी ही गंदगी थी। एक चपरासी छोड़ कार्यालय में कोई नही था।कार्यालय कक्ष को देखने पर प्रतीत हुआ कि महीनों से इस टेबल पर कोई बैठा नही है।
चापाकल मरम्मती के नाम पर लाखों रुपये के वारे न्यारे किये गए पर रिजल्ट वही ढाक के तीन पात। जल नल योजना में भी भारी लूट है। 1300 करोड़ की महत्वाकांक्षी योजना संवेदक की मनमानी से भ्रष्टाचार को भेंट चढ़ गई। लोग बतलाते हैं कि विभाग के जे ई कभी आते ही नहीं।
क्या कहते हैं जमुआ प्रमुख और उपप्रमुख
इस बाबत प्रमुख मिष्टु देवी ने कहा कि जल नल योजना भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ने नही दिया जाएगा। कहा कि लूटने आये संवेदकों से अब सख्ती से निबटा जाएगा। उप प्रमुख रब्बुल हसन रब्बानी ने कहा कि जल नल में बाहरी संवेदक हैं जो सिर्फ लूटने में लगे हैं। जनता से उन्हें कोई सरोकार नहीं। कहा कि चापानल मरम्मती के नाम पर लाखों रुपये का वारा न्यारा किया गया। कहा कि पेयजल स्वच्छता कार्यालय मे भारी भ्रष्टाचार है। जे ई एवं एस डी ओ आते ही नहीं।
क्या कहते हैं जे ई
जे ई नरोत्तमदास मुंडा ने कहा कि दफ्तर के आस पास गंदगी और कीचड़ यदि है तो उसकी साफ सफाई करवाई जाएगी। कहा की नाली की कमी के चलते मुख्य गेट पर जलजमाव हो रहा है। कहा वह सड़क पथ निर्माण विभाग की है। कहा जल नल एवं चापानल मरम्मती में गड़बड़ी की शिकायत की जांच की जाएगी। औचक निरीक्षण टीम में प्रमुख प्रतिनिधि संजीत यादव,उप प्रमुख रब्बुल हसन रब्बानी, पंसस अंजन सिन्हा, मनोज पण्डा सहित कई लोग थे।