क्राइम संवाददाता द्वारा
कांकेर कांकेर की हल्बा चौकी में मोर्चा ड्यूटी में तैनात सीएएफ जवान ने आज सुबह सर्विस राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने दी जानकारी देते हुए बताया कि, धमतरी जिले के रुद्री थाना का जवान चंद्रशेखर यादव 15वी वाहिनी बीजापुर बी कम्पनी में पदस्थ था।
घटना की खबर पूरे गांव में सनसनी फ़ैल गई है। घटना की सूचना पुलिस को लगते ही मौके पर अधिकारी पहुंचे और शव को पीएम के लिए भेज दिया है। साथ ही पूरे इलाके को सील कर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। हालांकि अभी जवान द्वारा आत्महत्या जैसा संगीन कदम क्यों उठाया गया इसकी अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पदस्थ जवान चंद्रशेखर यादव हल्बा चौकी में ड्यूटी पर तैनात था। इस दौरान उसने खुद को गोली मार ली। मृतक 15वीं बटालियन बीजापुर के बी कंपनी का जवान था। घटना की सूचना के बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले और आत्महत्या की वजह जानने में जुट गई है।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने दी जानकारी देते हुए बताया कि धमतरी जिले के रुद्री थाना का जवान चंद्रशेखर यादव 15 वीं वाहिनी बीजापुर बी कम्पनी में पदस्थ था। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे गए हैं। जवान के खुद को गोली मारने के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं है।
17 सितंबर की अलसुबह मृतक जवान घटना स्थल पहुंचे। शव का पंचनामा व पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए शाम चार बजे गांव पहुंचे। यहां मृतक के शव आने के इंतजार में ग्रामीण चौक-चौराहों व गलियों में गमगीन माहौल में बैठे रहे। जवान मृतक के शव पहुंचते ही स्वजन व ग्रामीण बिलख पड़े। गमगीन माहौल में पुलिस जवान व सीएएफ जवानों की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में स्वजन व ग्रामीण शामिल हुए।
ग्रामीणों के अनुसार मृतक जवान चंद्रशेखर यादव सरल स्वभाव के थे। उन्होंने 10 साल बीजापुर में ड्यूटी की। जंगलवार कालेज कांकेर में प्रशिक्षक के रूप में भी ड्यूटी की। रायपुर और यहां से हल्बा पुलिस चौकी में ड्यूटी कर रहे थे, इस दौरान यह घटना हुई है। मृतक की पत्नी प्रमिला यादव है और उनके दो पुत्र हेयांश तीन वर्ष व देवम पांच वर्ष के हैं। पत्नी गृहणी हैं। जवान गरीब परिवार से था। घटना से पहले पोला पर्व मनाने चंद्रशेखर यादव गांव पहुंचा था। दो दिन पहले ही ड्यूटी करने गया था।
उनकी पत्नी प्रमिला तीज पर्व मनाने मायके पाटन तर्रीघाट चली गई थीं। मृतक जवान तीन भाई थे, जिसमें से वह दूसरे नंबर का था। उनके भाई लक्ष्मीनारायण यादव व कौशल यादव है, जो गांव में मजदूरी व किसानी करते हैं। स्वजनों ने बताया कि आत्महत्या का कारण अज्ञात है। स्वजनों को भी जवान ने किसी तरह परेशानी होने की जानकारी नहीं दी थी, इस जवान के आत्महत्या करने के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल रहा है