झारखंड मुक्ति मोर्चा संयोजक मंडली ने मनाया शहीद निर्मल महतो का 36 वां शहादत दिवस
शहीद निर्मल महतो के बलिदान को सदैव याद किया जाएगा: संजीव बेदिया
हजारीबाग। शहीद निर्मल महतो की शहादत दिवस के अवसर पर झामुमो नेताओं व कार्यकर्ताओं ने स्थानीय निर्मल महतो पार्क में मंगलवार को शहीद निर्मल महतो का 36 वां शहादत दिवस मनाया। इस अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके बलिदानों को याद किया गया। झारखण्ड अलग राज्य के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले और अपने बहुमूल्य जीवन का बलिदान देने वाले झारखण्ड के सच्चे और वीर सपूत निर्मल महतो का जन्म(तत्कालीन बिहार) के पूर्वी सिंहभूम जिले के उलियान नामक गांव में 25 दिसंबर 1950 को हुआ था।
निर्मल महतो की मृत्यु 36 वर्ष की आयु में 8 अगस्त 1987 को हुआ। इस अवसर पर संयोजक मंडली सदस्य डॉ कमल नयन सिंह ने निर्मल महतो के बलिदान को याद करते हुए कहा कि अमर शहीद निर्मल महतो झारखंडियों का आत्मविश्वास और आत्मसम्मान प्रदान करने के लिए आखिरी दम तक लड़े अंत में शहीद होकर इतिहास के पन्नों में अमर हो गए। शोषित, पीड़ितों एवंe ग़रीबों के मसीहा निर्मल महतो का एक ही सपना था, कि अपना अलग झारखण्ड प्रान्त हो, ताकि झारखण्ड क्षेत्र में रहने वाले लोगों को शोषण, उत्पीड़न, अत्याचार और भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाई जा सके।
उनके अथक प्रयास का ही परिणाम था कि 15 नवंबर 2000 को झारखण्ड अलग राज्य बना। संजीव बेदिया ने इस मौके पर शहीद निर्मल महतो के बलिदानों को याद करते हुए कहा कि झारखंड के अमर शहीद निर्मल महतो के बलिदान को सदैव याद किया जाएगा। निर्मल महतो ने झारखंड अलग राज्य की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई। शहीद निर्मल महतो के अथक प्रयास और बलिदान से ही झारखंड अलग राज्य का निर्माण हुआ। हमारा दायित्व है कि हम अपने शहीदों के बलिदान को याद करते हुए झारखंड की माटी से लगाव पैदा करें और झारखंडियों के हक अधिकार की लड़ाई के लिए शहीद निर्मल महतो के सपनों को साकार करें क्योंकि आज भी निर्मल महतो के सपनों का झारखंड अधूरा है हम सबको मिलकर निर्मल महतो के सपनों का झारखंड बनाना है।
तभी जाकर सही मायने में शहीद निर्मल महतो को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।इस मौके पर मुख्य रूप से हजारीबाग संयोजक मंडली सदस्य डॉ कमल नयन सिंह, मोहम्मद इजहार, नीलकंठ महतो, सोना राम मांझी, टेकोचंद महतो, रामकिशोर मुर्मू नगर संयोजक मंडली के सरफराज अहमद, कमाल कुरैशी, सदर प्रखंड से मो.अब्दुल्लाह खान, बिष्णुगढ़ प्रखंड से गौरव पटेल, बरकट्ठा प्रखंड से सलीम अंसारी चलकुस्सा प्रखंड से कुद्दुस अंसारी, बड़कागांव प्रखंड से संजय सिंह, केरेडारी प्रखंड से दिनेश पासवान, इचाक प्रखंड से मनोहर राम, कटकमसांडी प्रखंड से राजा मोहम्मद कटकमदाग प्रखंड से दीपक कुमार राम, चुरचू प्रखंड से दीपनारायण महतो, पदमा प्रखंड से नाजिर अहमद, बरही प्रखंड से रंजीत कुमार पाण्डेय, दारू प्रखंड से रूपन मुर्मू, महेंद्र मुर्मू टाटीझरिया प्रखंड से रवि कुमार सिंह, चौपारण प्रखंड से उज्जवल कुमार सिंह के अलावा, अख्तर हाशमी, दिलीप वर्मा, नईम राही, निसार अहमद, मो. सलीम, यासीन खान सहित झामुमो के सैंकड़ों नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।