झारखंड राज्य में पीपीआर फार्मेसी एक्ट 2015 जल्द से जल्द लागू करने की हुई मांग
हजारीबाग। हजारीबाग में अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के तत्वाधान में हजारीबाग जिले सहित अन्य जिलों से आए हुए फार्मासिस्टो के द्वारा मुख्यमंत्री के गलत बयानों का विरोध प्रदर्शन किया गया बता दें कि 28 जून 2023 को नगड़ी रांची में एक कार्यक्रम के दौरान हेमंत सोरेन के द्वारा फार्मेसी एक्ट की जानकारी के अभाव में दिए गए गलत बयान में कहा गया था कि अब दवा दुकान खोलने में फार्मासिस्ट की डिग्री की जरूरत नहीं होगी ,जो सरासर असंवैधानिक गलत है।
अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष अमरदीप कुमार ने कहा की मुख्यमंत्री को फार्मेसी एक्ट की जानकारी नहीं है, अगर ऐसा रहा तो मुख्यमंत्री के अनुसार किसी भी विभाग मे कोई डिग्री की जरूरत नहीं है, फिर सरकार इतना कॉलेज क्यों खोल रहे हैं, क्यों डिग्री करवा रहे हैं, पीसीआई भारत सरकार के गजट ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 एवं 1945 एवं पीपीआर 2015 फार्मेसी एक्ट के आलोक में सिर्फ और सिर्फ एक निबंधित फार्मासिस्ट को फार्मेसी का पूर्ण अधिकार है, झारखंड राज्य में पीपीआर फार्मेसी एक्ट 2015 जल्द से जल्द लागू करने की मांग की है। इस एक्ट में फार्मासिस्ट को फार्मेसी प्रैक्टिस का पूर्ण अधिकार है, उन्होंने यह भी मांग रखी की सरकार अपने बयानों को वापस ले अन्यथा फार्मासिस्ट संघ इनके गलत बयानों को लेकर न्यायालय जाने की बात कही ,अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष ने सरकार से मांग रखी कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों सदर अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों में फार्मासिस्ट की बहाली जल्द से जल्द निकाली जाए।
आर एस कॉलेज ऑफ फार्मेसी कॉलेज के प्रोफेसर मिथिलेश कुमार ने कहा की सरकार जनमानस के साथ खिलवाड़ करना चाहती है,फार्मेसी प्रशिक्षित फार्मासिस्ट से ही दवा दुकान खोली जाए अन्यथा अप्रशिक्षित लोगों के द्वारा दवा देने से मरीजों की जान माल की छती भी हो सकती है । प्रोफेसर उज्जवल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अपना बयान वापस ले , प्रोफेसर डॉक्टर अनिल कुमार ने कहा कि उनके बयान के अनुसार फार्मासिस्ट ओं का भविष्य अंधकार में डाल रहे हैं, प्रोफेसर अरविंद झा ने कहा कि फार्मेसी के खिलाफ गैर जिम्मेदार बयान की वजह से फार्मेसी की दवाइयां और किराने समान दोनों बराबर ही समझे जाएंगे, वरिष्ठ फार्मासिस्ट प्रमोद अग्रवाल ने कहा कि जो बयान कहे हैं उनको जल्द वापस ले और और जो समाज में विरोधाभास फैला है उसे खत्म करने की कृपा करें सभी फार्मासिस्ट ओ ने विरोध प्रदर्शन में कहा कि हेमंत सोरेन की मनमानी नहीं चलेगी, जिला सचिव सुजीत कुमार ने कहा कि जहां दवा वहां फार्मासिस्ट हो , वरिष्ठ फार्मासिस्ट ओम प्रकाश ने कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों में फार्मासिस्ट की नियुक्ति जल्द से जल्द हो, विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष अमरदीप कुमार, जिला अध्यक्ष संतोष कुमार जिला सचिव सुजीत कुमार प्रोफेसर मिथिलेश कुमार प्रोफेसर उज्जवल कुमार , डॉक्टर अनिल कुमार ,अरविंद झा ,अविनाश कुमार , लेक्चरर स्नेहा सिंह ,श्रवण कुमार ,धर्मेंद्र कुमार, सूरज कुमार ,नंदनी कुमारी ,निक्की कुमारी ,अंजली रानी ,प्रकाश मेहता, शुभम कुमार, रोशन अंकित पटेल, खुशी कुमारी ,राहुल कुमार रवि कुमार रजक ,ओम प्रकाश विनय यादव कुणाल कुमार गुप्ता ,विमल कुमार, योगेंद्र कुमार ,एवं भारी संख्या में फार्मासिस्ट गन उपस्थित हुए ।