रिपोर्ट- अविनाश मंडल
पाकुड़/पाकुरिया प्रखंड अंतर्गत शहरपुर पंचायत में लाखों रुपए की लागत से नाली का निर्माण कराया गया था, जिसमें भारी अनियमितता बरती गई है, मापदंड के अनुरूप कार्य ना कराकर ठेकेदार की मनमानी और अभियंता की लापरवाही साफ तौर पर मौके पर देखी जा सकती है। ऐसे कार्य से जहां एक ओर कार्य की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है, वहीं स्वीकृत राशि का भी दुरुपयोग हो रहा है।
निर्माण स्थल पर निर्माण कार्य से संबंधित कोई सूचना बोर्ड भी नहीं लगाया गया है। यहां तक की श्रम नियमों का उल्लंघन भी किया जा रहा है।हैरान करने वाली बात यह है,की अब तक नाली का इस्तेमाल भी नहीं किया गया और नाली बीचो-बीच फट गई,नाली की ऊंचाई कम होने के कारण बरसात के दिनों में नाले के ऊपर से मिट्टी बहने के पुरे आसार हैं, बताते चलें कि मापदंड के विपरीत काम करने से नाली जर्जर की अवस्था में आ गई है, कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार की बू आ रही है, विभाग के पास हर पंचायत के रोजगार सेवक,पंचायत सचिव,मुखिया,जेई ,एई,सारा तंत्र मंत्र मौजूद रहने के बावजूद भी नाली निर्माण में अनियमितता कैसे बरती गई यह भी एक जांच का विषय है।
इस बाबत दुर्गा सोरेन सेना जिला अध्यक्ष उज्जवल भगत से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि विकास कार्य में अनियमितता बरतना अपराध है। बहुत मुश्किल से योजनाओं को धरातल पर लाया जाता है। ऐसी परिस्थिति में ठेकेदार और अभियंता की मनमानी क्षेत्र में नहीं चलेगी। मामले की जांच करने का आग्रह उच्च स्तर पर किया जाएगा।वहीं इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी से संपर्क साधने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।