*गांव में तीन चापाकल खराब,सोलर संचालित जलमीनार बनी शोभा की वस्तु*
संवाददाता उधवा । जिले के उधवा प्रखंड क्षेत्र के मोहनपुर पंचायत अंतर्गत तीनघरिया गांव में इन दिनों पानी की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। ग्रामीण अंसुर शेख,नईम शेख चेनतारा वीवी,नुरबानु बीवी,सामेनारा बीवी,मजेरा बीवी,जहनारा बीवी,आशा देवी,मामुनी देवी सहित दर्जनों लोगों ने रविवार को विरोध जताया। ग्रामीणों ने सांसद विधायक एवं प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।महिलाओं ने बताया कि गांव में तीन चापाकल तथा एक सोलर पैनल संचालित जलमीनार है।
जलमीनार करीब दो वर्ष पूर्व निर्माण किया गया है। कुछ दिनों के बाद ही वह भी खराब हो चुकी है।जलमीनार गांव में अब शोभा की वस्तु बनकर रह गई है। गर्मी की मौसम शुरूआत होने के साथ पानी की भारी कमी हो गई है।150 परिवारों पर केवल एक चापाकल पर निर्भर है।पानी की जलस्तर बहुत नीचे चला गया है।
जिसके कारण एक चापाकल से पर्याप्त मात्रा में पानी की आपूर्ति नहीं हो रहा है, घंटों लाइन लगाने के बाद काफी देर चापाकल चलाने के बाद एक घड़ा पानी भर पाते है। वहीं छोटे छोटे बच्चों को लेकर गांव से करीब आधा किलोमीटर दूर से पानी लाने के लिए जाना पड़ता है।साथ ही बताया कि गांव में डीप बोरिंग एवं चापाकल बैठाना किसी एक परिवार की वश की बात नहीं है। गांव में 700-800 फीट बोरिंग करने के बाद ही पर्याप्त मात्रा में पानी निकलता है,जिसकी निर्माण में लगभग डेढ़ लाख रूपए का खर्च आयेगा।
आगे बताया कि कुछ महीने पूर्व पीएचडी विभाग के जेई एवं सोशल मोबलाईजर पिनाकी घोष ग्रामीणों के साथ बैठक कर पानी की समस्या से दूर करने का आश्वासन दिया है,लेकिन वास्तविकता में अमल नहीं हुआ है।इस संबंध में पंचायत के मुखिया भैया किस्कू ने बताया कि पानी की समस्या को लेकर पहल करेंगे, एवं समाधान करने की कोशिश कर रहे हैं।
*समस्या को लेकर क्या कहते हैं डीडीसी*इस संबंध में उपविकास आयुक्त प्रभात कुमार बरदियार ने बताया कि तत्काल उस गांव में वैकल्पिक पानी की व्यवस्था कराई जाएगी। साथ ही बताया कि समस्या को लेकर पीएचडी विभाग के कार्यपालक अभियंता से डीप बोरिंग लगाने के लिए बात की जाएगी।आगे बताया कि पंचायत निधि का फंड उपलब्ध होने पर गांव में सड़क निर्माण करवाया जाएगा। गांव की समस्या को लेकर ग्रामीण बीडीओ को आवेदन दें उचित कार्रवाई की जाएगी।