हज़ारीबाग संसदीय क्षेत्र वासियों के बहुमुखी विकास के लिए हूँ संकल्पबद्ध: सांसद जयंत सिन्हा हजारीबाग। सांसद हज़ारीबाग सह अध्यक्ष वित्त सम्बन्धी संसदीय स्थायी समिति जयंत सिन्हा जी विभिन्न विराट परियोजनाओं के माध्यम से हज़ारीबाग संसदीय क्षेत्र की प्रगति को गति दे रहे हैं। उनके क्षेत्र का हर निवासी सुखी हो व उसे किसी असुविधा या कठिनाई का सामना न करना पड़े, उनका यही प्रयास रहता है।
वे बच्चों, युवाओं, महिलाओं व बुज़ुर्गों की सुविधा के लिए हर कदम उठा रहे हैं।श्री सिन्हा के ही प्रयास व सहयोग से कोरोना काल में अपने माता-पिता या इनमें से किन्हीं एक को खो चुके बच्चों को सहायता मुहैया करवाई जा रही है।
फीडिंग इंडिया व जोमाटो इसमें सीएसआर मद से सहयोग दे रहे हैं। हज़ारीबाग के संत कोलम्बस न्यू स्टेडियम में आज उन्होंने ऐसे बच्चों को सहायता सामग्री दी। इन बच्चों को एजुकेशन किट दी जा रही है, जिसमें ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करने हेतु लगभग ₹20 हज़ार की टैबलेट है।
साथ ही अनएकैडमी के एक साल के निशुल्क सब्सक्रिप्शन के साथ स्टेशनरी भी दी जा रही है। इसमें 12 नोटबुक, 10 पेन, 10 पेंसिल, ज्योमेट्री बॉक्स इत्यादि होंगे। साथ-साथ इन बच्चों को पूरे एक वर्ष तक राशन उपलब्ध करवाया जायेगा। उन्हें बेहतर पोषण मिले इसके लिए मोटा अनाज समेत बाजरे व रागी के लड्डू भी दिए जायेंगे।
जयंत सिन्हा जी ने कुछ दिन पूर्व भी हज़ारीबाग में 48 बच्चों को यह किट प्रदान की थी।श्री सिन्हा ने कहा कि हज़ारीबाग संसदीय क्षेत्र में ऐसे बच्चे जो कोरोना काल में अपने माता-पिता या इनमें से किन्हीं एक को खो चुके हैं, वे तत्काल सांसद कार्यालय अटल सेवा केंद्र से 9471136164/65/66 पर संपर्क करें।
हम उनकी शिक्षा समेत एक साल तक निशुल्क राशन की व्यवस्था करवाएंगे। हमारे बच्चों को हर सुविधा मिले इसके लिए प्रतिबद्ध हूँ। बच्चों को पोषण मिलेगा तो उनका शारीरिक व मानसिक विकास होगा, जिससे उनका भविष्य उज्ज्वल बनेगा।
संत कोलम्बस न्यू स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में अन्य कई बड़ी जानकारियां दी गयीं। जयंत सिन्हा देश-विदेश में रह रहे हज़ारीबाग लोकसभा वासियों की सेवा में सदैव तत्पर रहते हैं। उन्हें दिसंबर 2022 में हज़ारीबाग समेत बगोदर, गिरिडीह व बोकारो के 44 प्रवासी मज़दूरों की दुशान्बे, ताजीकिस्तान में फंसे होने की सूचना मिली थी।
इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए उन्होंने माननीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर जी से संपर्क कर इन मज़दूरों के विषय में आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवाई। उनकी इस तत्परता पर संज्ञान लेते हुए विदेश मंत्रालय ने ताजीकिस्तान में भारतीय दूतावास से संपर्क कर इन सभी मज़दूरों तक सहायता पहुंचाई।
साथ ही इन्हें 26 दिसंबर 2022 को सुरक्षित भारत वापस लाया गया और इनके निवास स्थान तक पहुंचने की व्यवस्था की गयी। जयंत सिन्हा ने आज हज़ारीबाग में इन मज़दूरों के एक प्रतिनिधि मंडल का सम्मान किया। उन्होंने कहा इन सभी भाइयों ने जिस हिम्मत व धैर्य के साथ इस परिस्थिति का सामना किया है, वे सभी के लिए प्रेरणा है और इसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है।
बता दें कि जयंत सिन्हा ने इससे पूर्व में भी विदेश में फंसे हज़ारीबाग के नागरिकों को भारत वापस लाया है। उन्होंने यूक्रेन, मलेशिया, सऊदी अरब, पश्चिम अफ्रीका, आबूधाबी व कोरोना महामारी के समय अन्य कई देशों में फंसे क्षेत्रवासियों की सहायता की है। उन्होंने कहा कि मैं हर परिस्थिति में हज़ारीबाग वासियों के साथ खड़ा हूँ।
विदेश में आज हर भारतीय इस विश्वास से रह रहा है कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार उनकी सहायता के लिये सदैव उपलब्ध है। उन्होंने इस अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री जी व माननीय विदेश मंत्री जी का हार्दिक आभार व्यक्त किया।
जयंत सिन्हा ने इस कार्यक्रम के दौरान एक बहुत बड़ी विकास की सौगात के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कुछ समय पूर्व माननीय केंद्रीय सड़क, परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से हज़ारीबाग लोकसभा में बनासो से बुढ़गड़ा तक मार्ग के निर्माण समेत अन्य सड़क निर्माण सम्बन्धी कार्यों हेतु आग्रह किया था। उनके इस आग्रह पर माननीय नितिन गडकरी जी ने हज़ारीबाग लोकसभा में सड़क सम्बन्धी कार्यों के लिए ₹153 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं को स्वीकृति दी है।
इसमें ₹84.65 करोड़ से दुवारी से रोल रोड तक 2 लेन सड़क का चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण किया जायेगा। साथ ही ₹68.45 करोड़ से बनासो से बुढ़गड़ा तक मार्ग का निर्माण किया जायेगा। इन सड़कों के निर्माण से यातायात बेहद सुगम व सुरक्षित बनेगा, जिससे यात्रियों को अत्यंत सुविधा होगी। माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हज़ारीबाग संसदीय क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है।
जयंत सिन्हा ने हज़ारीबाग संसदीय क्षेत्र के युवाओं के लिये ‘अमृत ट्रॉफी’ के नाम से विशाल स्तर पर क्षेत्र के सबसे बड़े फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन करवाया है। इसमें 5 विधानसभाओं की पंचायतों से 400 से अधिक टीमों ने भाग लिया, जिसमें लगभग 10 हज़ार खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिला है।
आज इस टूर्नामेंट में अंतिम 16 टीमों के बीच महा-मुकाबले की शुरुआत की गयी। इस विशाल टूर्नामेंट में विजेता टीम को ₹1 लाख का पुरस्कार व जमशेदपुर फुटबॉल क्लब से प्रशिक्षण प्राप्त होगा। टॉप 8 टीमों को कैश प्राइजेज दिए जाएंगे।
साथ ही हर खिलाड़ी को शॉर्ट्स व जर्सी भी वितरित की जा रही हैं खेलों को बढ़ावा देने के लिए उनके प्रयास से हज़ारीबाग में साईं स्पोर्ट्स सेंटर का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने ही खिलाड़ियों के लिए वेल्स ग्राउंड का नवीनीकरण कराते हुए यहां सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाई हैं।
इस सुअवसर पर जयंत सिन्हा ने कहा कि स्वयं एक खेलप्रेमी होने के नाते मुझे इस विशाल फुटबॉल टूर्नामेंट को आयोजित कर बेहद प्रसन्नता हो रही है। हमारे युवा खिलाड़ियों के जोश और उत्साह ने इस टूर्नामेंट को ऐतिहासिक बना दिया है। मैं हमारे खिलाड़ियों का हज़ारों की संख्या में उत्साहवर्धन करने आये क्षेत्रवासियों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में खिलाड़ियों को हम खेल के क्षेत्र में हर सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं। हज़ारीबाग लोकसभा के युवा हर क्षेत्र में तरक्की करें व उन्हें हर सुविधा व अवसर मिले, इसके लिये मैं हर कदम उठा रहा हूँ।