*चौपारण से संवाददाता अखिलेश पांडेय की रिपोर्ट*
दैहर (चौपारण) चौपारण प्रखंड अंतर्गत पंचायत में महिलाओं ने आज नई चेतना के बैनर तले लिंग आधारित भेदभाव पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया इस कार्यक्रम में महिलाओं ने स्वतंत्रता के इतने वर्षों बाद भी महिलाओं के साथ लैंगिक भेदभाव के आधार पर हो रही हिंसा पर चिंता जताई। महिलाओं ने विशेष रुप से वर्तमान समय में महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचार और उत्पीड़न के प्रति गहरा असंतोष व्यक्त किया महिलाओं ने कहा कि आज भी समाज में आधी आबादी को समान अधिकार नहीं प्राप्त हुए हैं। जहां तक समानता की बात कहीं तो जाती है परंतु आज तक महिलाओं के साथ असमानता पूर्ण व्यवहार किया जाता रहा है। कई स्थानों पर महिलाएं पारिवारिक हिंसा का शिकार होती हैं। कई जगह ऐसा देखने को मिलता है कि महिलाओं को दहेज के नाम पर उत्पीड़ित किया जाता है इन सभी और समानताओं के बीच भी महिला अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में कभी पीछे नहीं रही है। महिलाएं अपने पारिवारिक सामाजिक दायित्वों का निर्वहन पूर्ण रूप से करने में सक्षम होती है आज सबसे बड़ी समस्या है कि एक ओर सरकार के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया जाता है परंतु आज सर्वाधिक हिंसा का शिकार बेटियां हो रही हैं आए दिन राज्य में बेटियों के साथ निर्ममता पूर्ण व्यवहार किया जाता है। हिंसा होती है। यह वर्तमान समय में चिंता का विषय है इस पर सरकार को गंभीर कदम उठाने की जरूरत है और इस प्रकार की हिंसा को बढ़ावा देने वाले अपराधिक तत्वों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने की आवश्यकता है इस कार्यक्रम में महिलाओं ने रंगोली बनाकर आधी आबादी के लिए सरकार से सुरक्षा की गुहार लगाई और साथ ही लैंगिक भेदभाव के आधार पर जो महिलाएं उत्पीड़ित हो रही है उनके मामलों पर संवेदनशीलता के साथ विचार करते हुए पीड़ित पक्ष को न्याय की दिशा में सरकार सहयोग करें ताकि समाज में महिलाएं अपने आप को असुरक्षित न महसूस करें। इस कार्यक्रम में उषा निशा, प्रमिला सिंह, प्रतिमा कुमारी, विरंजु कुमारी, सरिता देवी, पिंकी कुमारी, पल्लवी कुमारी निशा कुमारी और स्वाति माला ने भाग लिया