गोमो। हिन्दी कार्यशाला का आयोजन आंचलिक कार्यालय के सभा कक्ष में सम्पन्न हुआ। जिसमें बैंक ऑफ इंडिया के विभिन्न शाखाओं मे से 25 अभ्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यशाला का उद्घाटन बैंक ऑफ इंडिया, धनबाद अंचल के उप आंचलिक प्रबन्धक महोदय कृष्ण जीवन सिंह के सम्बोधन के साथ शुरुआत हुआ। जिसमें उनके द्वारा कहा गया की हमारा क्षेत्र ‘क’ में आता है इसलिए सम्पूर्ण कार्य भी हमारा हिन्दी में होना चाहिए उन्होने बैंकिंग क्षेत्र में हिन्दी का उपयोग का वर्णन किया जिससे अधिक से अधिक कार्य हो पाए। कार्यशाला में बैंकिंग प्रशासनिक एवं परिचालन शब्दावली (आरबीआई) पत्राचार, आंतरिक कामकाज, प्रोत्साहन योजनाएँ एवं यूनिप्रिंटर पर विस्तृत चर्चा धनबाद अंचल की राजभाषा अधिकारी श्री सुब्रतों बनर्जी ने किया, जिससे बैंक के कामकाज में प्रतिभागियों को सुविधा मिले। यूनिकोड पर विस्तृत चर्चा आर. के. प्रभात, मुख्य प्रबन्धक ने किया जिससे कम्प्यूटर पर हिन्दी में कार्य उतनी ही सहजता पूर्ण किया जा सके जितनी सहजता से अंग्रेज़ी में किया जाता है, उन्होने यूनिकोड से भी सबको अवगत कराया।
कार्यशाला का संचालन सुब्रतों बनर्जी द्वारा किया गया। कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों ने अधिक से अधिक कार्य राजभाषा में करने का आश्वासन दिया। कार्यशाला सुव्यवस्थित एवं ऊर्जाप्रद थी |
कार्यशाला का समापन आईटी विभाग से मुख्य प्रबन्धक आर के प्रभात के धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया | जिसमें उनके द्वारा भी राजभाषा कार्यशाला का उपयोग के बारे में बताया गया।
nazru Ansari