विशेष संवाददाता द्वारा
रांची. झारखंड के दिव्यांग खिलाड़ी सुजीत मुंडा का चयन भारतीय क्रिकेट ब्लाइंड टी-20 वर्ल्ड कप के लिए हुआ है. सुजीत का परिवार राजधानी रांची के धुर्वा इलाके में झोपड़ी में रहता है और मजदूरी कर घर चलाता है. सुजीत का झुकाव बचपन से खेल की ओर था. खेलने की जिद ने उन्हें इस मुकाम पर पहुंचाया है. वर्ष 2014 में सुजीत का झारखंड टीम के लिए चयन हुआ था. झारखंड के लिए खेलते हुए उनका इंडियन टीम में सेलेक्शन हुआ. सुजीत वर्ष 2018 से देश के लिए खेल रहे हैं.
सुजीत मुंडा ने बातचीत में बताया कि ब्लाइंड T-20 वर्ल्ड कप के लिए तीन चरणों में ट्रायल लिया गया था. पहले चरण में देश भर से कुल 56 खिलाड़ियों को चुना गया था. दूसरे चरण में इन 56 में से 29 खिलाड़ियों का चयन हुआ और तीसरे चरण में 29 में से 17 खिलाड़ियों का फाइनल सेलेक्शन हुआ. फाइनल चयनित खिलाड़ियों को छह दिसंबर से शुरू होने वाले ब्लाइंड क्रिकेट टी-20 वर्ल्ड कप में खेलना है.
सुजीत ने अपने किक्रेट करियर के बारे में बताया कि मैट्रिक की परीक्षा के बाद वो दिल्ली चले गये थे. यहां भारतीय ब्लाइंड क्रिकेट टीम को लीड कर रहे गोलू से मुलाकात हुई. उन्होंने मुझे इंडियन टीम में शामिल होने के लिए प्ररित किया. वहां खेलते हुए झारखंड की टीम में चयन हुआ था. उसके बाद मुझे नेशनल टीम का हिस्सा बनने का मौका मिला.
सुजीत ने देश के लिए पहला मैच वर्ष 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज में खेला था. उसके बाद 2020 में भारत-पाकिस्तान-बांग्लादेश के बीच खेले गए त्रिकोणीय सीरीज में भी खेलने का मौका मिला. वहीं, दुबई में भारत-पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गये ट्राएंगुलर सीरीज में भी वो भारतीय टीम का हिस्सा थे. उन्होंने कहा कि वर्ल्ड कप खेलना किसी भी खिलाड़ी का सपना होता है. टी-20 ब्लाइंड क्रिकेट टीम में सेलेक्ट होकर मैं काफी उत्साहित महशूस कर रहा हूं.
उन्होंने कहा कि उनके संघर्ष में मां हमेशा साथ खड़ी रही. आज वो इस दुनिया में नहीं है, लेकिन हर पर उन्हें अपने करीब महसूस करता हूं. शारीरिक दिव्यांगता के बावजूद सपनों को साकार करने के लिए मां हमेशा मुझे प्रेरित करती रही.