येदियुरप्पा के सामने बहुमत साबित करने की चुनौती

येदियुरप्पा के सामने बहुमत साबित करने की चुनौती

News Agency : केआर रमेश कुमार ने दल बदल विरोधी कानून का इस्तेमाल करके इन विधायकों को मौजूदा एसेंबली के कार्यकाल 2023 तक के लिए अयोग्य ठहराया है. इससे पहले गुरुवार को स्पीकर रमेश कुमार ने तीन अन्य विधायकों को अयोग्य ठहराया था जिनमें दो कांग्रेस के विधायक और एक निर्दलीय विधायक शामिल थे.इसके साथ ही सदन में विधायकों की संख्या 225 से घटकर 208 हो गई है. अब बहुमत साबित करने के लिए 105 विधायकों की ज़रूरत होगी जो इस वक़्त बीजेपी के पास है.स्पीकर के ताज़ा फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी. मजेडीएस के बाग़ी विधायकों में से एक ए एच विश्वनाथ ने बीबीसी हिंदी को बताया कि विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के फ़ैसले को सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी.17 विधायकों के बागी होने के बाद कर्नाटक में 23 जुलाई को कांग्रेस-जेडीएस सरकार सदन में बहुमत साबित करने में नाकाम रही और कुमारस्वामी की सरकार गिर गई. अब बीजेपी सोमवार को सरकार बनाने की दावेदारी पेश करेगी और बहुमत सबित करेगी. हालांकि स्पीकर के ताज़ा फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी. महाराष्ट्र के एक रिज़ॉर्ट में मौजूद जेडीएस के बाग़ी विधायकों में से एक ए एच विश्वनाथ ने बीबीसी हिंदी को बताया कि विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के फ़ैसले को सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी.कांग्रेस में नेतृत्व की कमी को देखते हुए अब लगातार पार्टी के भीतर से इसके विरोध में आवाज़ें उठ रही हैं. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है कि इसके लिए पार्टी के भीतर चुनाव करवाने चाहिए.समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार थरूर ने कहा कि राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देने के बाद अभी तक पार्टी की कमान कौन संभालेगा इसका फ़ैसला नहीं हो पाया है.थरूर ने कहा,”पार्टी में अब सभी अहम पदों के लिए चुनाव होने चाहिए, यहां तक कि कांग्रेस कार्यकारिणी के सदस्यों के लिए चुनाव होने चाहिए.”इसके साथ ही थरूर ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की बात का समर्थन करते हुए पार्टी की कमान किसी युवा नेता को सौंपने की बात कही है.

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