रामगढ़, रामजी साह
इन दिनों रामगढ़ प्रख़ंड में चाहे मिनी जलमिनार हो,नीर निर्मल परियोजना हो या नलजल योजना सभी का हाल बेहाल है प्रख़ंड के 80प्रतिशत जगहों में लाखों करोड़ों की पेयजल योजना खटाई में है जिसे देखने वाला कोई नहीं है।कांजो पंचायत के सिमरा प्रावि परिसर में विगत चार बर्ष पुर्व 14 वीं वित्त आयोग की 4.50 लाख की राशि से सौर ऊर्जा द्वारा संचालित मिनी जलमिनार लगाया गया था। घटिया सामग्री लगाने के कारण एक साल के अंदर मिनी जलमिनार खटाई में पड़ गया वहीं मिनीजलमिनार के उपर प्लास्टिक का पानी टंकी गिर जाने से मैदान में खेल रहे बच्चे बाल बाल बचे।वहीं विगत तीन वर्षों से छात्रों को अपने घरों से बोतल में पानी भरकर स्कूल लाकर अपना प्यास बुझाना पड रहा है।वहीं शुक्रवार को भी बच्चों को अपने घरों से बोतल में पानी भरकर विद्यालय आते देखा गया। लेकिन इस मामले में न तो जनप्रतिनिधियों ने ही प्रशासन को इससे कोई मतलब है । बहरहाल साढ़े चार लाख रुपये का मिनी जलमिनार एक मात्र शोभा का बस्तु बनकर रह गया है।