क्राइम संवाददाता द्वारा
बोकारो :बोकारो के चास में भरे बाजार को बारूद के ढेर पर बिठा दिया गया था। ये खुलासा तब हुआ जब एक टीम ने वहां की एक दुकान और गोदाम में छापा मारा। पता चला कि रिहायशी इलाके और संकरी गलियों के बीच मौजूद गोदाम में लाखों के पटाखे रखे गए थे।
बोकारो: जिले के चास मुख्य बाजार में गुरुवार की देर रात अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में पहुंचे छापेमारी दल को एक बड़ी सफलता हाथ लगी। छापेमारी दल को आभास भी नही था कि इतने व्यस्त बाजार में जहां रिहायशी इलाका भी है। वहां इतनी भारी तादाद में पटाखे मिलेंगे। यहां के मां प्रभावती स्टोर नामके प्रतिष्ठान के गोदाम पर छापा मारा गया तो स्टॉक किए गए पटाखों को देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए। जिस बाजार में पटाखे की छोटी दुकान खोलने तक की मनाही हो, उसी बाजार से इतनी मात्रा में पटाखे की बरामदगी हैरान करने वाली थी। बारूद की बरामदगी यह बताने को काफी है कि बिना स्थानीय स्तर पर मिलीभगत के ये सम्भव नहीं है।
इस छापेमारी की सबसे बड़ी बात ये थी कि टीम का नेतृत्व खुद चास के अनुमंडल पदाधिकारी कर रहे थे। उन्हीं का महकमा इलाके में पटाखा बेचने वालों को अनुज्ञप्ति देने का काम करता है। SDO भी इतनी भारी मात्रा में पटाखों की बरामदगी से हैरान रह गए। उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में इस बाजार में पटाखो की बिक्री नहीं होने देंगे। उन्होने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस व्यस्तम बाजार में किसी को भी पटाखे बेचने की अनुज्ञप्ति ना पहले से है ना अभी कोई नई अनुज्ञप्ति जारी की गई है। साथ ही उन्होंने बरामद पटाखों की मात्रा बताने के मामले पर कहा कि सभी बरामद पटाखों के मिलान के बाद ही मात्रा बता पाएंगे।
दरअसल पटाखा बेचने वाले व्यपारी सरकार के तय मानक वाले स्थान के नाम पर ही पटाखा बेचने की अनुज्ञप्ति प्राप्त तो कर लेते हैं। लेकिन प्रशासन की आंख में धूल झोंककर चोरी छिपे व्यस्तम बाजार में पटाखों का स्टॉक जमा कर लेते हैं। जहां से पटाखे बरामद हुए हैं वो इलाका एक संकरी गली से गुजरता है। ऐसे में अगर कोई हादसा हो जाता तो अग्निशमन दस्ते को भी वहां पहुंचने में भारी मुश्किल हालात पेश आते। अंदाजा लगाया जा रहा है कि बरामद पटाखों की कीमत लगभग 15 लाख रुपए हो सकती है।