प्रधानमंत्री ने बिहार के जमुई और गया में रैलियों को संबोधित किया। गया में उन्होंने कहा कि आपने हमें पांच साल सेवा करने का मौका दिया, इसके लिए आप सभी को धन्यवाद। आपके इस चौकीदार ने आपके लिए जो कुछ भी किया उससे आप खुश हैं, अगर हां तो बाकी जो काम बचा है उसे यहीं चौकीदार पूरा करेगा। नीतीश कुमार भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि बिहार में अब लालटेन की कोई जरूरत नहीं।
गया में पीएम के पहुंचने से पहले ही वहां भीड़ इतनी अनियंत्रित हो गई कि मौजूद लोग आपस में ही भिड़ गए। लोगों ने चप्पल, जूते और कुर्सी एक-दूसरे पर फेंकना शुरू कर दिया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा।
इससे पहले जमुई में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूं कि बिहार के लोग ऐसे लोगों को करारा जवाब दें जो आरक्षण को लेकर अफवाहें फैला रहे हैं। मोदी हो या फिर कोई और, आरक्षण कोई नहीं हटा सकता। याद कीजिए, कांग्रेस ने संविधान के निर्माता डॉ. बाबा साहब अंबेडकर के साथ कैसा व्यवहार किया। कांग्रेस ने उन्हें हराने के लिए कई षड्यंत्र किए। जरूरी है कि आज का युवा ये सारी चीजें जाने।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली में चौकीदार के नारे भी लगवाए और बोले गली-गली में…. तो मौजूद जनता ने कहा, चौकीदार है। पीएम ने ने 11 अप्रैल को ज्यादा से ज्यादा संख्या में वोट करने की अपील भी की। एनडीए में सीट बंटवारे के तहत जमुई, लोजपा के खाते में है। यहां से रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान उम्मीदवार हैं।