News Agency : झारखंड के हजारीबाग में इचाक थाना क्षेत्र के रुद गांव में युवक पर पेट्रोल डाल कर जिंदा जला देने का मामला सामने आया है। बताया जाता है बुधवार की सुबह ग्रामीणों की सूचना पर आग में झुलसे युवक पनुलाल उर्फ पन्नू साव को पुलिस ने इचाक मोड़ स्थित क्रशर मंडी के नजदीक झाड़ी से बरामद किया। तत्काल उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक, मंगलवार की आधी रात तीन से चार लोगों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया है। वहीं, पन्नू ने मौत के पहले घटना का अंजाम देने वाले अवैध क्रशर के मालिक रविंद्र का नाम लिया है। पुलिस ने पन्नू के बयान पर इचाक थाने में एफआइआर दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपित को पकड़ने के लिए छापामारी कर रही।
बांधकर लगाई गई आग पन्नू उर्फ पनुलाल ने पुलिस को बताया है कि डुमरौन गांव के बोधन उर्फ बोधा महतो के पुत्र रविंद्र प्रसाद मेहता ने अन्य दो-तीन सहयोगियों के साथ घटना को अंजाम दिया। उसे पहले बांधा गया फिर पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया गया।
पुलिस ने घटनास्थल से मृतक की चप्पल, जला हुआ पैंट, मोबाइल बोतल आदि बरामद किया है। एसआइ विजय कुमार पांडेय ने बताया कि पन्नू का शरीर बंधा था। इसके निशान भी अधजले शरीर पर मिले हैं। बताया कि हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। मृतक के भाई दूलो साव के साथ मौजूद पुत्र पिंटू, पंकज और भरत ने बताया कि उसकी मां रविन्द्र के डुमरौन में संचालित क्रेशर में मजदूरी करती थी।
रविवार को एक सप्ताह पूरा होने के बाद मां को मजदूरी नहीं दी थी। इसके बाद पिता मजदूरी मांगने सोमवार को गए। मजदूरी नहीं देने के बाद भी रविन्द्र घर पर मां को बुलाने आया था। इसे लेकर पापा और रविंद्र में बकझक हुई थी। उसने जान से मारने की धमकी भी दी थी। पन्नू साव व उनकी पत्नी सरस्वती देवी मजदूरी कर अपने बुजुर्ग बाप और तीन बेटों का भरण पोषण करता थे।