बूथ स्तरीय कार्यकर्ता के शक्ति केंद्र सम्मेलन में जिसका अंदेशा था, वही हुआ। अपनी ही सरकार के मुख्यमंत्री रघुवर दास से नाराज चल रहे खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के मंत्री सरयू राय सीएम के आते ही मंच से उतर कर पीछे के दरवाजे से निकल गए। मंत्री सरयू राय के इस तरह मुख्यमंत्री के आने से एक मिनट पहले मंच छोड़कर चले जाने से कयासों का दौर शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री और खाद्य आपूर्ति मंत्री के बीच खाई अब इतनी चौड़ी हो चुकी है कि इसे पाटना मुश्किल हो गया है।
मंत्री सरयू राय कई दिनों से झारखंड की राजनीति में चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को भी अपना इस्तीफा देने दिल्ली गए थे। अमित शाह से मुलाकात नहीं हो पाने पर उन्होंने उन्हें पत्र लिखकर मुख्यमंत्री रघुवर दास और सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए मंत्री पद से अपने इस्तीफे की बात कही है। इसी बीच एग्रिको में शक्ति केंद्र सम्मेलन की पूर्व संध्या पर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और सरयू राय की मुलाकात ने इन चर्चाओं के लिए आग में घी का काम किया। इसी को लेकर सियासी हलके में सुबह से ही तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे। सवाल उठ रहे थे कि खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय और पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा शक्ति केंद्र सम्मेलन में मुख्यमंत्री के साथ मंच साझा करेंगे या नहीं।
लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा 12.15 बजे और सरयू राय 12.51 बजे समारोह स्थल पहुंच गए। जब दोनों नेता सम्मेलन में पहुंच गए तो इस बात को लेकर कयास लगने लगे कि दोनों नेता मुख्यमंत्री रघुवर दास के आने पर भी मंच पर जमे रहेंगे या नहीं। इसी बीच, पार्टी के महानगर जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने 2.10 बजे माइक पर आकर एलान किया कि मुख्यमंत्री रघुवर दास सोनारी एयरपोर्ट पर आ चुके हैं। इसके बाद सम्मेलन के मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह का भाषण शुरू हुआ। लेकिन, एलान सुनने के बाद भी जब अर्जुन मुंडा और सरयू राय दोनों मंच पर जमे रहे, तो लोगों को लगा कि अब दोनों नेता मंच नहीं छोड़ेंगे। लेकिन, अचानक 2.31 बजे जैसे ही मुख्यमंत्री रघुवर दास की गाड़ी सम्मेलन स्थल के बाहर रुकी पहले अर्जुन मुंडा मंच से उतरे। उनके पीछे उनके बॉडीगार्ड भी दौड़े। अर्जुन मुंडा मंच के दायीं ओर बने शौचालय में चले गए। अर्जुन मुंडा के पीछे पीछे सरयू राय भी मंच से उतर कर शौचालय की तरफ चले गए और इसके बगल में मौजूद पीछे वाले गेट से सम्मेलन स्थल से बाहर निकल गए। मुख्यमंत्री अपने भाषण के दौरान मंच पर मौजूद लोगों का नाम लेते वक्त सरयू राय की खाली कुर्सी देख रहे थे।
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा मुख्यमंत्री रघुवर दास के आने से पहले मंच से उतर जरूर गए थे। लेकिन, वो तकरीबन चार मिनट बाद 2.35 बजे टायलेट से निकल कर मंच पर आ गए। उन्होंने हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री का अभिवादन किया और मुख्यमंत्री ने भी मुस्कुरा कर उनका अभिवादन किया।
मंच पर मंत्री सरयू राय और पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा बराबर कानाफूसी करते रहे। मानो रणनीति बना रहे हों कि जब मुख्यमंत्री रघुवर दास मंच पर आएंगे तो कैसे क्या करना है। पहले दोनों नेता गंभीर मुद्रा में एक-दूसरे से बात करते नजर आए। गंभीर चिंतन हुआ और बाद में फीकी मुस्कान के साथ चिंतन-मनन खत्म हुआ।
मुख्यमंत्री रघुवर दास की गाड़ी जैसे ही एग्रिको स्थित कार्यक्रम स्थल के पास रुकी, वैसे ही पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय में आंखों ही आंखों में बात हुई। इसके बाद पहले अर्जुन मुंडा और बाद में सरयू राय मंच से उतर गए।
मुंडा के मंच पर लौटने के बाद ये साफ हुआ कि वो टायलेट गए थे। उनके साथ ही मंत्री सरयू राय भी गए थे। इसलिए पंडाल में मौजूद कार्यकर्ता ये कयास लगाने लगे कि सरयू राय भी वहीं गए हैं और थोड़ी देर में आएंगे। लेकिन, जब काफी देर हो गई तो एक कार्यकर्ता के मुंह से निकला-सरयू राय तो निकल लिए।
मंच पर मंत्री सरयू राय काफी टेंशन में नजर आए। अधिकतर समय वो आंखें बंदकर सोचते रहे। उनके बगल में बैठे अर्जुन मुंडा भी आंख बंदकर फिक्रमंद दिखे। अपनी बारी आने पर दोनों नेताओं ने भाषण दिया और इसके बाद फिर वापस आकर अपनी सीट पर गंभीर मुद्रा में बैठ गए।
मुख्यमंत्री रघुवर दास के सम्मेलन स्थल पर पहुंचने से ठीक पहले मंत्री सरयू राय के कार्यक्रम से निकल जाने के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि उन्हें हो सकता है काम हो। इसलिए निकल गए। अर्जुन मुंडा ने कहा कि उन्हें भी गुजरात जाना था। कार्यक्रम जल्द खत्म हो जाता तो उन्हें रांची पहुंच कर वहां से विमान पकड़ना था। लेकिन, यहीं देर हो गई।
मंत्री सरयू राय शायद कहीं कार्यक्रम में गए हैं। उसकी वे चर्चा कर रहे थे। किस कार्यक्रम में गए हैं, यह मुझे नहीं मालूम।