विजय सिन्हा,
देवघरः सरस्वती पूजा एवं श्रीपंचमी के अवसर पर द्वादश ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की खासी भीड़ नजर आ रही है। सरस्वती पूजा के साथ हीं पौराणिक आधार पर देवाधिदेव महादेव का तिलकोत्सव मनाया जाता है; जिसके कारण इस पवित्र दिन पर भोले नाथ पर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करने हेतु उनके भक्त व्यग्र रहते हैं। माँ पार्वती हिमालय की पुत्री है और इस क्रम में मिथिलांचल के लोग भोले नाथ का तिलक करने हेतु बड़ी संख्या में साजी वाले कांवर के साथ बाबाधाम पहुँचते हैं।
परिणामतः मिथिलांचल के कांवरियों की बड़ी संख्या बैद्यनाथधाम की ओर प्रस्थान कर रहे हैं और यह क्रम तीन दिन पूर्व से जारी है। श्रीपंचमी के अवसर पर श्रद्धालुओं की कतार सुबह में बरमसिया तक पहुँच गई थी। इन्हें सुगमता पूर्वक जलार्पण कराने हेतु व्यापक एवं समेकित प्रशासनिक व्यवस्था की गई है। रूटलाईन में पर्याप्त संख्या में बलों की प्रतिनियुक्ति के साथ हीं प्रमुख स्थलों पर पुलिस पदाधिकारी एवं सषस्त्र बलों के साथ दण्डाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। बाबा मंदिर के गर्भ गृह, निकास द्वार, प्रवेष द्वार, संस्कार मंडप, पार्वती मंदिर, ऊमा भवन आदि प्रमुख स्थलों में वरीय दण्डाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है तथा उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य वरीय पदाधिकारी भीड़ व्यवस्थापन का सतत् अनुश्रवण कर रहे हैं। जलार्पण की समाप्ति तक लगभग 75 हजार श्रद्धालुओं के द्वारा बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण करने की संभावना है। 3ः00 बजे अपराह्न तक 509 शीघ्रदर्षनम् कूपन निर्गत किया जा चुका है।
4 मार्च को होगी भोलेनाथ की विवाह – बाबा नगरी में 4 मार्च को स्वर्ग लोक के दृश्य दिखेंगे बाबा नगरी में। सभी देवी-देवता बाबा की बारात में षामिल होंगे। शिवरात्री महोत्सव समिति 26 वां शिव बारात धूमधाम से निकालने की तैयारी कर रही है। बारात में देवी देवता, ऋषि मुनि, भुत बेताल, हाथी घोड़ा सब षामिल रहेंगे। समिति तिलक्तोसव से ही सक्रिय हो चुकी है।