पूर्णिया में दिल दहला देने वाला हादसा, चाय बनाने के दौरान सिलेंडर ब्लास्ट

विशेष प्रतिनिधि द्वारा
पूर्णिया : बिहार में पूर्णिया में उस समय बड़ा हादसा हुआ जब घर में रखे गैस सिलेंडर में लीक होने से एक ही परिवार के पांच लोग झुलस गए. इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई है. मामला पूर्णिया के अमौर थाना क्षेत्र के बलुवाटोली सहानगांव का है।
चाय बनाने के समय सिलेंडर ब्लास्ट : हादसा उस समय हुआ जब चाय बनाते वक्त गैस सिलेंडर लीक हुआ. घटना के फौरन बाद झुलसे लोगों को ग्रामीणों की मदद से ॅटउऌ पूर्णिया में एडमिट कराया गया, जहां इलाज के क्रम महिला समेत समेत दो बच्चों की जान चली गई.
दो बच्चों और एक महिला की मौत: सिलेंडर में धमाके के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई. परिजनों ने आनन फानन में दो घायलों को पूर्णिया जीएमसीएच में भर्ती कराया, जहां उनकी नाजुक हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया है. दोनों जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. इधर घटना के बाद से जहां परिजनों में चीख पुकार मची है, वहीं गांव में मातमी सन्नाटा है।
मृतकों के नाम : मृतक में मां और बेटे के अलावा उनका भतीजा शामिल है, जिनकी पहचान 40 वर्षीय फेकनी, 14 वर्षीय इस्तखार और मृतका के भतीजे 5 वर्षीय मो सराफत के रूप में हुई है. वहीं घायलों में भतीजे मो अरमान (8 वर्षीय) और देवर मो मंजूर (23 वर्षीय) शामिल हैं।
सीओ का बयान: घटना की जानकारी मिलते ही अमौर थाने की पुलिस और सीओ सुधांशु मधुकर मौके पर पहुंचे और घर का जायजा लिया. जानकारी देते हुए सीईओ सुधांशु मधुकर ने बताया कि “स्थल निरीक्षण किया गया है. पीड़ित परिवार की ओर से अबतक कोई आवेदन नहीं मिला है।
अख्तरुल ईमान का फूटा गुस्सा : वहीं विधायक एआईएमआईएम चीफ और विधायक अख्तरुल ईमान ने घटना पर दुख जताते हुए गैस एजेंसी पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण लोग कम-पढ़े लिखे होते हैं. उन्हें गैस ऑन करना सही तरीके से नहीं आता है. सरकारी योजना के तहत मिले गैस सिलेंडर के बाद एजेंसी के द्वारा गांव में घूम घूम कर उन्हें शिक्षित नहीं किया जाता है।
सिलेंडर यूज करने के दौरान बरतें सावधानी : सिलेंडर इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतने से दुर्घटना से बचा जा सकता है. सिलेंडर को हमेशा सीधा खड़ा रखें, ज्वलनशील पदार्थों से दूर रखें और उपयोग के बाद रेगुलेटर बंद करना ना भूलें. सिलेंडर को हमेशा हवादार और ठंडी जगह पर रखना चाहिए, जहां हवा का आवागमन अच्छा हो।
सिलेंडर की करते रहे जांच : रिसाव का पता लगाने के लिए, सिलेंडर को हमेशा साफ और सूखा रखना चाहिए. यदि आपको रिसाव का संदेह हो, तो तुरंत सिलेंडर को बंद करें और किसी योग्य व्यक्ति से संपर्क करें, ताकि आप और आपका परिवार सुरक्षित रहे।

“चूल्हे को ऑन-ऑफ करने की इनको जानकारी नहीं होती है. देहाती क्षेत्रों में जो लोग सिलेंडर यूज कर रहे हैं, उनको बेसिक जानकारी भी नहीं है कि कैसे सिलेंडर इस्तेमाल करे. प्रशासन लापरवाही बरत रहा है. मृतकों का पोस्टमार्टम तक नहीं किया गया. गरीब रहने की वजह से जिस घर में वह लोग सोते हैं, उसी घर में अपना रसोईघर भी बना कर रखते हैं. मृतकों के परिजनों को आपदा नियमावली के तहत 4-4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।”

  • अख्तरुल ईमान,विधायक एआईएमआईएम

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