सूत्रों के अनुसार, पुलवामा हमले के बाद भारत अब इन आतंकी संगठनों के खिलाफ डोजियर तैयार कर रहा है. जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर सुरक्षा काफिले पर हमले की साजिश में लंबे समय से जुटे थे. पिछले साल रमजान के महीने से ही ऐसे हमलों के लिए 150 आतंकियों का दस्ता तैयार किया जिसमें 20 कश्मीरी युवाओं का भी ब्रेनवॉश किया गया था. भारत ने जैश के कारगुजारियों का कच्चा चिट्ठा तैयार कर लिया है जिसके आधार पर अब जैश का डोजियर सुरक्षा एजेंसीज बना रही है.
फाइनेंशिएल एक्शन टास्क फोर्स (एफएएफटी) की जून, 2018 में हुई पिछली बैठक में पाकिस्तान को ग्रे-लिस्ट में शामिल किया गया था. बैठक में भारत समेत कई अन्य देशों ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे खूंखार आतंकी संगठनों की ओर से धन उगाही और बैंकिंग सिस्टम के उपयोग करने के सबूत पेश किए थे. जबकि संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने इन आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगा रखा है. पाक लगातार इस सूची से बाहर निकलने का प्रयास कर रहा है, लेकिन पुलवामा हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद द्वारा लिए जाने के बाद पाकिस्तान की राह एफएटीएफ में आसान नहीं रहने वाली.
अहमदाबाद का एक गुजराती व्यापारी परिवार पुलवामा आतंकी हमले में शहीद जवानों के परिवार को एक-एक लाख रुपये दान करेगा. गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने बताया कि बाबूभाई पटेल और उनके परिवार ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद सभी सीआरपीएफ जवानों के परिवार को एक-एक लाख रुपये दान देने का फैसला किया है. हमें आशा है कि ऐसे और कई दानकर्ता शहीद के परिवारों को अपना समर्थन देने के लिए आगे आएंगे और राष्ट्र के प्रति अपनी एकजुटता दिखाएंगे. बाबूभाई पटेल एक इंफ्रास्टक्चर कंपनी चलाते हैं और देशभर में इंफ्रास्टक्चर से संबंधित परियोजनाओं में सौदे करती है.
भारत एक ओर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोशिशों में जुट गया है तो दूसरी ओर पाकिस्तान की आर्थिक ढांचे को नुकसान पहुंचाने के लिए बड़े फैसले ले रहा है. भारत ने हमले के बाद पाक से मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) का दर्जा वापस ले लिया था. और अब भारत ने पाक से आने वाले सामानों पर कस्टम ड्यूटी 200 फीसदी बढ़ा दी है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने खुद इस फैसले का ऐलान किया. भारत के इस बड़े फैसले से पाक की ओर से भारत को निर्यात किए जाने वाले 48.8 करोड़ डॉलर के सामान पर असर पड़ सकता है.
पुलवामा में आतंकी हमले को लेकर देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में रह रहे भारतीयों में गुस्सा बना हुआ है. लंदन में पाकिस्तान हाई कमीशन के बाहर भारतीय समुदाय ने हमले के खिलाफ जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने भारत माता की जय के नारे भी लगाए. शनिवार को सैकड़ों की संख्या में भारतीय समुदाय के लोग पाकिस्तान हाई कमीशन के बाहर एकत्र हुए और भारतीय जवानों पर हुए जघन्य आतंकवादी हमले के विरोध में अपनी आवाज बुलंद की. प्रदर्शन करते हुए लोग ब्रिटिश पीएम के आधिकारिक आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट तक गए. भारतीय समुदाय के लोगों ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को लेकर दबाव बनाने के लिए ब्रिटेन सरकार से अपील भी की.
देहरादून में पढ़ाई कर रहे कुछ कश्मीरी छात्रों ने आरोप लगाया है कि उन्हें परेशान किया जा रहा है. उनका कहना है कि मकान मालिक अपने घरों पर हमला होने की आशंका में उनसे मकान खाली करने को कह रहे हैं. वहीं अंबाला की एक ग्राम पंचायत ने ग्रामीणों से किराये पर रह रहे कश्मीरी छात्रों से एक दिन के अंदर मकान खाली करवाने को कह दिया है.
पुलवामा में आतंकी हमले में मारे गए सीआरपीएएफ के 40 जवानों के बाद देशभर के अलग-अलग इलाकों में रह कर पढ़ाई करने वाले कश्मीरी छात्रों के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ रहा है. कई जगहों पर कश्मीरी छात्राओं के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन की खबरें आ रही हैं. विरोध से परेशन कश्मीरी नेताओं ने केंद्र से उनकी सुरक्षा की मांग की है.