38 साल की पत्नी ने 63 साल के पति को ड्रिंक में दर्दनाशक गोलियों की भारी मात्रा देकर मारा, फिर 8 टुकड़े कर दिए. कटे हुए सिर और पैर को पास के नाले में फेंका और बाकी के टुकड़े अपने घर में गड्ढा खोदकर दफना दिए. दिल्ली में वैलेंटाइन डे के दिन हुई इस घटना का खुलासा अभी हाल में हुआ है.
उत्तर पश्चिमी दिल्ली में 38 साल की सुनीता ने अपने 63 साल के पति की वैलेंटाइन डे के दिन हत्या कर दी थी. दोनों की शादी 2006 में हुई थी, जब सुनीता की उम्र 25 और राजेश की 50 साल थी. शादी के अगले साल ही उनके एक बेटा हुआ.
फैमिली में कठिनाई तब शुरू हुई जब पिछले साल वे एक नए घर में शिफ्ट हुए. यहां सुनीता की दोस्ती एक पड़ोसी लड़के से हुई. राजेश ने एक बार अपनी पत्नी को लड़के के साथ संदिग्ध हालत में देख लिया था. इसके अलावा एक और घटना ऐसी घटी जिससे हालात और खराब हुए.
सुनीता की मां कुछ समय पहले ही इनके घर आई थी जिन्हें राजेश पसंद नहीं करता था. वह सुनीता की मां को स्टेशन छोड़ने गए लेकिन वह घर नहीं पहुंची थी. सुनीता को लगा कि राजेश ने उसकी मां की हत्या कर दी है. जब शादी बचाने के सारे रास्ते बंद हो गए तो सुनीता ने एक भयावह साजिश रची. उसने रात-दिन क्राइम के सीरियल्स देखे और पति से छुटकारा पाने के उपाय खोजने लगी.
सुनीता ने ड्रिंक में भारी मात्रा में दर्दनाशक गोलियां मिला दी जिससे राजेश की मौत हो गई. उसके बाद राजेश की बॉडी को टुकड़ों में काटना शुरू किया. दो घंटे में बॉडी को 8 टुकड़ों में काटा. अपने घर के बाहर खाली जगह में एक गड्ढा खोदा और उसमें बॉडी के टुकड़े दफना दिए. सिर को एक प्लास्टिक बैग में पैक कर भलस्वा डेरी के पास नाले में डाला. पैरों को एक अन्य जगह पर गड्ढा खोदकर दफनाया. घर आकर खून को साफ किया और गड्ढे को रेत-गिट्टी से ढक दिया.
दो दिन बाद सुनीता पुलिस स्टेशन पहुंची और पति के गुमशुदा होने की रिपोर्ट लिखवाई. कुछ समय तक पड़ोसियों ने राजेश के बारे में पूछा फिर वह भी शांत हो गए. इस घटना के कुछ समय बाद पुलिस को सड़ा-गला सिर मिला जिससे पुलिस अलर्ट हो गई.