सिसई : गुमला जिला के सिसई थाना क्षेत्र के नगर सिसकारी गांव मे तीन परिवार के चार लोगों की डायन-बिसाही के आरोप में लाठी डंटा से पीटकर निर्मम हत्या कर दी गयी. मृतकों की पहचान चापा भगत (65 वर्ष) , पत्नी पीरी देवी (62 वर्ष) , सुना उरांव (65 वर्ष) , फगनी देवी (60 वर्ष) के रूप में की गयी है.
बताया जा रहा है कि सभी झाड़ फूक का काम करते थे. घटना रविवार अहले सुबह लगभग तीन बजे की है. चारो को अपराधी घर से निकालकर गांव के आखाड़ा , आंगनबाड़ी केंद्र के पास ले गये और उनकी हत्या कर दी. घटना की जानकारी के बाद समाजसेवी दामोदर सिंह ने सिसई थाना को पांच बजे सुबह सूचना दी.
थाना प्रभारी सुधीर प्रसाद साहू दलबल के साथ सुबह छह बजे घटना स्थल पहुंचे और मामले की छानबीन की. तत्पश्चात एसपी अंजनी कुमार झा, बसिया एसडीपीओ दीपक कुमार, गुमला एसडीपीओ नागेश्वर प्रसाद सिंह , पुलिस निरीक्षक बसिया बैजू उरांव , बसिया थाना प्रभारी भी घटना स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों व परिजनों से पूछताछ की. मामले को लेकर ग्रामीण कुछ भी बोलने के लिए तैयार नही थे.
चापा भगत व पीरी झाड़-फूंक के साथ बाजार मे आलू प्याज बेचने का काम करते थे. इनके तीन पुत्र बुद्धदेव उरांव,सोमरा उरांव और फेकु उरांव है. बुद्धदेव व सोमरा बाहर मजदूरी करते है. दोनों पति-पत्नी बेटों से अलग रहते थे.
सुना उरांव झाड़-फूंक के साथ खेती बारी का भी काम करता था. सुना का एक बेटा शनि उरांव और बेटी शीलावंती कुमारी है. सुना की पत्नी का नाम सुनी देवी है. वहीं फगनी देवी भी झाड़-फूंक का काम करती थी. उसके चार बेटे शंकर उरांव, रोपना उरांव , मंगरू उरांव, विन्दु उरांव है. जिसमे शंकर , रोपना ,मंगरु परिवार के साथ मजदूरी करने के सिलसिले में बाहर रहते हैं. फगनी देवी बेटे से अलग अकेले रहती थी.
बताया जा रहा है कि रात मे बारी-बारी से चारो को घर से निकाला गया. परिजनो के अनुसार अपराधी 9-10 थे और मुंह को ढका हुआ था. एस पी अंजनी कुमार झा ने कहा कि वे हत्या की जानकारी के बाद सिसकारी गांव घटना स्थल पहुंचे. घर-घर जाकर पूछताछ की जा रही है. सभी लोग झाड-फूंक का काम किया करते थे. यह हत्या अंधविश्वास पर हुई है. हम सभी बिंदू पर छानबीन कर रहे है. पुलिस कैंप कर रही है. जल्द हत्यारो की गिरफ्तारी होगी.