सिमडेगा : झारखंड में सिमडेगा जिला के सिमडेगा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत स्थित टुंबा टोली में फिर से अंधविश्वास ने दो लोगों की जान ले ली. डायन-बिसाही के आरोप में एक ही परिवार के दो लोगों की हत्या कर दी गयी है. एक अन्य महिला को घायल भी कर दिया गया है. मृतकों के नाम राम कुमार सिंह (60) और उनकी चाची बिरसामनी देवी (80) हैं.
ग्रामीण बताते हैं कि अंधविश्वास में डूबे लोगों को डायन-बिसाही की आशंका थी. इसिलए कुछ दिन पहले कुदरूम पंचायत में छत्तीसगढ़ से ओझा-गुणी को बुलाकर गांववालों ने एक बैठक की थी. बैठक में ओझा ने कहा कि रामकुमार सिंह एवं बिरसामनी देवी डायन हैं. इसके बाद दोनों को गांव से निकाल दिया गया.
कुछ दिन पहले ही रामकुमार सिंह व बिरसामनी देवी अपने घर कुदरूम पहुंचे थे. शनिवार देर शाम को डायन-बिसाही मामले में बिरसामनी देवी एवं रामकुमार सिंह के परिवार के ही रमेश सिंह (25) ने जलावन की लकड़ी से पीट-पीटकर हत्या कर दी. घटनास्थल पर ही दोनों की मौत हो गयी. परिवार की एक अन्य महिला कलावती देवी पर भी जानलेवा हमला किया गया. कलावती बेहोश होकर गिर पड़ी. उसे मृत समझकर हमलावर चला गया.
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी रमेश सिंह गांव से भाग गया. ग्रामीणों ने घटना को दबाने का प्रयास किया, लेकिन मुखिया अलेक्सियन बरला ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. एसडीपीओ राजकिशोर एवं थाना प्रभारी रवींद्र कुमार सिंह रविवार को सशस्त्र बलों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. शव को अपने कब्जे में लिया और गांव के चौकीदार के घर से हत्या के आरोपी रमेश सिंह को गिरफ्तार कर लिया.
ग्रामीणों ने बताया कि छत्तीसगढ़ से आये ओझा के इशारे पर कुछ महिलाओं के शरीर से आधे कपड़े उतार दिये गये थे. उन्हें गमछा पहनने के लिए मजबूर किया गया. महिलाओं के बाल भी काट डाले गये थे.