राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता अश्विनी चौबे के उस बयान पर करारा जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने राबड़ी देवी को घूंघट में रहने की सलाह दी थी. साथ ही राबड़ी देवी ने अश्विनी चौबे के बयान को महिलाओं का अपमान बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा.
आरजेडी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राबड़ी देवी ने अश्विनी चौबे से कहा, ‘आप घूंघट में ही रहिए तो ज्यादा अच्छा है. बीजेपी का नारा है ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ लेकिन बेटियों का ऐसा अपमान? यह सभी महिलाओं के लिए अपमानजनक है. मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि क्या वे बीजेपी में महिला नेताओं को घूंघट में रहने के लिए कहेंगे, और घर पर?
राबड़ी देवी ने एक वीडियो बयान जारी किया है जिसे उनकी पार्टी ने सोशल मीडिया पर प्रसारित किया है, जिसमें उन्होंने अश्विनी चौबे से पूछा है कि क्या उनकी पुरुषवादी सोच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान के अनुरूप है. राबड़ी ने वीडियो में कहा, ‘चौबेजी आपको देश के लोगों को यह बताना चाहिए कि आपको महिलाओं के घूंघट से बाहर निकलने और सामाजिक जीवन में शामिल होने से क्या परेशानी है.
इससे पहले अश्विनी चौबे ने आरजेडी नेता राबड़ी देवी के बिहार में एनडीए में दरार के दावों को खारिज करते हुए यह कहकर विवाद उत्पन्न कर दिया कि बेहतर होगा कि वह घूंघट में रहें. उन्होंने ने यह बयान राबड़ी देवी ओर से किए गए इस दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिया कि नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद के नेतृत्व वाली आरजेडी से अलग होने और एनडीए में वापसी के कुछ समय बाद आरजेडी के साथ फिर से एक होने की बात की थी.
राबड़ी ने दावा किया कि जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर नीतीश कुमार के दूत के तौर पर पांच बार उनके पास आए थे और उन्होंने जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार पर विश्वास नहीं होने के चलते उन्हें वापस कर दिया था. उन्होंने यह भी दावा किया कि इससे संकेत मिलता है कि जेडीयू और बीजेपी के बीच सब कुछ ठीक नहीं है.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे सीतामढ़ी में प्रचार कर रहे थे. इस दौरान उनसे इस मामले में उनकी प्रतिक्रिया मांगी गई. इस पर उन्होंने कहा, ‘एनडीए में कोई दिक्कत नहीं है. मैं राबड़ी देवी के बारे में क्या कहूं? वह मेरी भाभी हैं. बेहतर होगा यदि वह घूंघट में रहें.’