करेले का स्वाद जितना कड़वा है, उससे कहीं ज्यादा गुणकारी है। ऐसा कहा जाता है कि करेला खाने वाले को कई बीमारियां नहीं होतीं। चिकित्सीय विज्ञान में इसका औषधीय महत्व भी बताया गया है। करेला का प्रयोग गई दवाईयों को तैयार करने में किया जाता है। यह रक्तशोधक सब्जी है। यहीं कारण है कि प्रतिदिन करेला का सेवन करने से या इसका जूस पीने से बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। आगे पढ़िए करेला का सेवन से होने वाले फायदे और यह किन-किन बीमारियों के उपचार में सहायक है।
अगर आपको भूख नहीं लगती हैं जिसकी वजह से शरीर को पूरा पोषण नहीं मिल पाता है जिससे कि स्वास्थ्य से सम्बंधित परेशानियां होती हैं। इसलिए करेले के जूस को हर रोज पीने से पाचन क्रिया सही रहती है जिससे भूख बढ़ती है।
हर रोज एक गिलास करैले का जूस पीने से लीवर मजबूत होता है क्योंकि ये पीलिया जैसे रोगों से छुटकारा दिलवाता है। साथ ही ये लीवर से जहरीले पदार्थों को निकालता है और पोषण प्रदान करता है जिसे लीवर सही काम करता है और लीवर की बीमारियां दूर होती हैं|
शुगर को नियंत्रित करने के लिए 3 दिन तक खाली पेट सुबह करैले का जूस लीजिए। मोमर्सिडीन और चैराटिन जैसे एंटी-हाइपर ग्लेसेमिक तत्वों की वजह से करेले का जूस ब्लड शुगर लेवल को मांसपेशियों में संचारित करने में मदद करता है| इसके बीजों में भी पॉलीपेप्टाइड-पी होता है जो कि इन्सुलिन को काम में लेकर डायबेटिक्स में शुगर लेवल को कम करता है।
पथरी रोगियों को दो करेले का रस पीने और करेले की सब्जी खाने से आराम मिलता है. इससे पथरी गलकर धीरे-धीरे बाहर निकल जाती है. 20 ग्राम करेले के रस में शहद मिलाकर पीने से पथरी गल कर पेशाब के रास्ते निकल जाती है. इसके पत्तों के 50 मिलीलीटर रस में हींग मिलाकर पीने से पेशाब खुलकर आता है।