17वें लोकसभा चुनाव के लिए गुरुवार को 20 राज्यों में मतदान संपन्न हुआ। वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पहले चरण की वोटिंग शांतिपूर्ण संपन्न हुई। उन्होंने कहा कि पहले चरण के लिए छत्तीसगढ़ में 56 फीसदी मतदान हुआ जबकि अंडमान-निकोबार में 70.6 फीसदी वोट पड़े। छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित जिले बस्तर में पहले चरण के लिए वोटिंग हुई। वहीं, अंडमान-निकोबार की भी एक ही सीट पर पहले चरण के लिए वोट पड़े।
राज्यवार मतदान प्रतिशत | ||
राज्य | सीट | मत प्रतिशत |
अंडमान निकोबार द्वीप समूह | 1 | 70.67% |
आंध्रप्रदेश | 25 | 66% |
छत्तीसगढ़ | 1 | 56% |
तेलंगाना | 17 | 60% |
उत्तराखंड | 5 | 57.85% |
जम्मू-कश्मीर | 2 | 54.49% |
कुल प्रतिशत बढ़ने की संभावना |
वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त ने बताया कि पहले चरण के मतदान के लिए 1.7 लाख बूथों पर मतदान संपन्न हुआ। वोटरों में काफी उत्साह था। उन्होंने बताया कि पहले चरण के लिए आंध्र प्रदेश 66 फीसदी और तेलंगाना में 60 फीसदी मतदान हुआ। उमेश सिन्हा ने बताया कि 18 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेश की 91 सीटों के लिए मतदान हुआ। उन्होंने कहा कि चार राज्यों की विधानसभाओं के लिए भी मतदान हुआ। आचार संहित उल्लंघन के 570 मामले सामने आए।
वहीं, उत्तराखंड में 57.49 फीसदी मतदान हुआ। जम्मू-कश्मीर में 54 फीसदी मतदान हुआ। यहां की दो सीटों- बारामूला एवं जम्मू के लिए पहले चरण के चुनाव में वोटिंग हुई थी। बारामूला में 32 फीसदी एवं जम्मू में 68 फीसदी मतदान हुआ। सिक्किम में पहले चरण के लिए कुल 69 फीसदी मतदान हुआ। जबकि नागालैंड में 78 फीसदी मतदान हुआ। इन दोनों राज्यों की एक-एक लोकसभा सीट के लिए पहले चरण में वोटिंग हुई।
मुख्य उप चुनाव आयुक्त ने बताया कि मिजोरम की एक सीट के लिए 69 फीसदी मतदान हुआ। मणिपुर में कुल वोटिंग 78.2 फीसदी हुई। जबकि त्रिपुरा में 81.8 फीसदी वोटिंग हुई। यहां भी लोकसभा की एक ही सीट के लिए मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। असम की पांच लोकसभा सीटों पर 68 फीसदी मतदान हुआ। वहीं, पश्चिम बंगाल की दो लोकसभा सीटों के लिए 81 फीसदी मतदान हुआ। मुख्य उप चुनाव आयुक्त ने कहा कि कुल वोटिंग प्रतिशत बढ़ने की संभावना है।