एक तरफ राहुल गांधी यूपी में प्रियंका के साथ मिलकर रोड शो के ज़रिये एक बार फिर खाया जनाधार पाने की जुगत में हैं तो वहीँ बिहार से उनके लिए अच्छी खबर नहीं आ रही है। बिहार कांग्रेस के कई विधायक और पार्टी के नेता उनसे ही खुश नहीं हैं और बगावत के मूड में हैं। हाल में ही पटना के गांधी मैदान में राहुल की बड़ी जान आकांक्षा रैली हुई थी।
लेकिन उनकी इस रैली ने कांग्रेस के कई विधायकों को नाराज कर दिया है। कांग्रेस के विधायकों का आरोप है कि, राहुल गांधी की रैली में सम्मान नहीं मिला।सिर्फ कुछ ही लोग थे जो अपना नंबर बढ़ाना चाह रहे थे और उनलोगों को राहुल से मिलवाया तक नहीं गया। बस इसी बात से नाराज़ होकर कांग्रेस के कई विधायक अलग थलग अपनी मीटिंग कर रहे हैं और चुनाव से पहले ही अपने भविष्य की रणनीति तैयार करने में लग गए हैं
पार्टी से नाराज़ होकर तीन सीनियर विधायकों ने सोमवार को गुप्त बैठक की और आगे की रणनीति तय की। कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता सदानंद सिंह के आवास पर विधायकों की बैठक हुई। बैठक में विधायक अवधेश सिंह, विधायक अजित शर्मा भी मौजूद थे। बैठक को लेकर सदानंद सिंह ने कहा कि पास देने में गड़बड़ी हुई है। यहां तक की प्रोटोकॉल का भी ख्याल नहीं रखा गया।
प्रोटोकॉल के मुताबिक कांग्रेस विधायकों को राहुल गांधी के आते और जाते उनसे मिलवाया जाना चाहिए था। लेकिन ये व्यवस्था नहीं हो पाई। संगठन स्तर कहीं न कहीं चूक हुई है। बैठक में शामिल पार्टी के सीनियर लीडर विधायक अवधेश सिंह ने कहा कि रैली सफल रही। लोग बड़ी तादाद में राहुल गांधी को सुनने गांधी मैदान पहुंचे थे। लेकिन जो व्यवस्था होनी चाहिए थी वह नहीं हो सकी। विधायक भी राहुल गांधी से नहीं मिल सके। व्यवस्था में कहीं न कहीं कमी रही।
वहीं भागलपुर से विधायक अजित शर्मा का आरोप है कि, रैली में ऐसे लोगो को पास और मंच दिया गया, जिसके पास 1 वोट नही था। एमएलए एमएलसी राहुल गांधी से मिल तक नहीं सके।