आलोक कौशिक,
बेगूसराय : व्यक्ति से बड़ा समाज होता है और समाज से बड़ा देश होता है। देश है तो हम हैं, देश नहीं तो हम नहीं। उक्त बातें नई दिल्ली से बारो में पधारे अंतरराष्ट्रीय वैदिक प्रवक्ता स्वामी संपूर्णानंद जी महाराज ने कही। उन्होंने अभेदानंद आश्रम आर्य समाज मंदिर बारो में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देश की वर्तमान राजनीति की दिशा एवं दशा पर चर्चा करते हुए कहा कि आज देश में इन दिनों देश विरोधी मानसिकता तेजी से पनप रही है।
देश में राष्ट्रभक्तों की उदासीनता के कारण देश विरोधी मानसिकता का उभार हो रहा है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति से बड़ा समाज होता है और समाज से बड़ा देश होता है। देश है तो हम हैं, देश नहीं तो हम नहीं। इन दिनों भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है, जिससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय भारत के विरुद्ध षडयंत्र कर यहां के कुछ देश- विरोधी मानसिकता को बढ़ावा देने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। इसलिए लोगों को देश को आगे रखकर मतदान करना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर देश विरोधी ताकत मजबूत होगी।
जाति समुदाय पंत में विखंडित समाज जब तक एकजुट होकर राष्ट्र विरोधी ताकतों को मतदान के जरिये कुचलने का काम नहीं करेंगे। तब तक देश आगे नहीं बढ़ सकता है। किसी भी उम्मीदवार को वोट देने से पहले उसकी राष्ट्रभक्ति को देखना बहुत जरूरी है। जो राष्ट्र का बेटा नहीं होगा वह बेगूसराय का बेटा तो कदापि नहीं हो सकता।