जनसंपर्क विभाग : लूट-खसोट व जनप्रतिनिधिाओं की उपेक्षा का अड्डा

पिछले 5 वर्षों से मीडिया संस्थान को धमकाना तथा छोटे अखबारों से विज्ञापन के बदले में 25 से 30% कमीशन वसूलना इनलोगों का काम है! ऐसे अभी श्रीमती वर्मा इसी महीने 30 अप्रैल को सेवानिवृत होने वाली हैं परंतु इन्होंने अपने सारे के सारे पत्ते खोलकर पुन: संविदा में बहाली के लिए मुख्यमंत्री से मुख्य सचिव तक गुहार लगा रखी हैं ताकि पिछले दरवाजे से जनसंपर्क विभाग में भ्रष्टाचार का तांडव चलातीं रहे! इसके साथ-साथ तीसरे नाम श्री राजीव लोचन प्रसाद बक्शी निदेशक झारखंड जनसंपर्क विभाग है जो की बड़ी चालाकी से गांव के कहावत के अनुसार गेंदरा औढ कर घी पी रहें हैं! दूसरी ओर इस विभाग में पिछले चार वर्षों से विभागीय सचिव नहीं है! जिसके कारण ये तिकड़ी सरकार के नियम के विरुद्ध झारखंड जनसंपर्क विभाग में जंगल राज कायम किये हुए हैं तथा लूट खसोट खुले आम कर रहे! जंगल राज का यह आलम है कि झारखंड जनसंपर्क विभाग से मान्यता प्राप्त अखबार को भी झारखंड सरकार का विज्ञापन नहीं देते है। जैसे कि प्रतष्ठित अंग्रेजी का अखवार टेलिग्राफ तथा अन्य कई अखवारों को वर्षों से विज्ञापन नहीं दे रहें है!

विशेष संवाददाता द्वारा
रांची : इन दिनों में झारखंड सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में तीन तिकड़ी का प्राइवेट लिमिटेड कंपनी चल रहा है इसके संरक्षण तथा सीईओ मुख्यमंत्री श्री हेमंत सरकार सोरेन के पूर्व प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद पिंटू है और दूसरा इनके भाभी विक्टोरिया रानी श्रीमती शालिनी वर्मा है जो कि पिछले 5 वर्षों से मीडिया संस्थान को धमकाना तथा छोटी अखबारों से विज्ञापन के बदले में 25 से 30% कमीशन वसूलना काम है! ऐसे अभी श्रीमती वर्मा इसी महीने 30 अप्रैल को सेवानिवृत होने वाली हैं परंतु इन्होंने अपने सारे के सारे पत्ते खोलकर पुन: संविदा में बहाली के लिए मुख्यमंत्री से मुख्य सचिव तक गुहार लगा रही हैं ताकि पिछले दरवाजे से जनसंपर्क विभाग में भ्रष्टाचार का तांडव चलते रहे! इसके साथ-साथ तीसरे नाम श्री राजीव लोचन प्रसाद बक्शी निदेशक झारखंड जनसंपर्क विभाग है जो की बड़ी चालाकी से गांव के कहावत के अनुसार गेंदरा औढ कर घी पी रहें हैं! दूसरी ओर इस विभाग में पिछले चार वर्षों से विभागीय सचिव नहीं है! जिसके कारण ये तिकड़ी सरकार के नियम के विरुद्ध झारखंड जनसंपर्क विभाग में जंगल राज कायम किये हुए हैं तथा लूट खसोट खुले आम कर रहे! जंगल राज का यह आलम है कि झारखंड जनसंपर्क विभाग से मान्यता प्राप्त अखबार को भी झारखंड सरकार का विज्ञापन नहीं देते है। जैसे कि प्रतष्ठित अंग्रेजी का अखवार टेलिग्राफ तथा अन्य कई अखवारों को वर्षों से विज्ञापन नहीं दे रहें है! बक्शी बड़ी-चालाकी से दर्जनों मान्यता प्राप्त, एवं दर्जनों गैर मान्यता प्राप्त अखबार तथा अन्य सप्लायर एवं पोस्टर लगाने वाले से मोटी रकम वसूल रहे और दूसरी ओर पिंटू और विक्टोरिया रानी शालिनी वर्मा के एजेंडा को बढ़ा रहें है! इस अवैध कमाई के कारण श्री बक्शी जी का भी दिमाग सातवां आसमान पर चढ़ गया है और इस संबंध में जानकारी मिली है पिछले 27 3.2024 को बिहार तथा झारखंड के लोकप्रिय पूर्णिया के सांसद श्री पप्पू यादव ने किसी बात को लेकर करीबन शाम के 6 से 6.30बजे तक के बीच में बक्शी निदेशक मोबाइल नंबर 9431102120 पर पप्पू यादव के कार्यालय से फोन किया गया था और जवाब मिला कि निदेशक महोदय बहुत ही कार्य में व्यस्त है और निदेशक महोदय अपने से कल यानी 28.3.2025 को 3:30 बजे सांसद महोदय से बात करें!इस दिन तो बक्शी निदेशक कोई बातचीत किया ही नहीं, साथ ही साथ और भी दो-तीन बार सांसद श्री पप्पू यादव के कार्यालय से फोन आने पर सी बक्शी जी फोन को ही नहीं रिसीव किया ,जिसके कारण सांसद पप्पू यादव बहुत ही नाराज हैं जबकि सर्वविदित है कि सांसद पप्पू यादव और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन में राजनीतिक के साथ-साथ पारिवारिक रिश्ता भी है लेकिन सत्ता और पैसे की नशे में निदेशक महोदय अहंकारी हो गए हैं! इस संबंध में यह भी सर्वविदित है कि हेमंत सोरेन के पिछले मुख्यमंत्री काल में पूर्व प्रेस सलाहकार पिंटू मंत्री और विधायक को भी महीने तक हेमंत सोरेन से मिलने नहीं देता था और उसके बदले में पिंटू अपने कार्यालय में भ्रष्टाचार्यों और दलालों को बैठक गलत काम का अंजाम देते रहता था जिसके कारण मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की छवि धूमिल हुआ और गंभीर आरोपों के कारण हेमंत सोरेन जेल जाना भी पड़ा! वो तो शुक्र था कि शिवू सोरेन,हेमंत सोरेन और दुर्गा की अवतार कल्पना सोरेन की छवि के कारण महागठबंधन की दो तिहाई से फिर से हेमंत सोरेन की सरकार से बनी! ऐसे पिंटू को सोरेन परिवार में सिर्फ हेमंत सोरेन ही चाहते हैं बाकी सोरेन परिवार के अन्य सदस्य समय -समय पर पिंटू को ठोकत रहते है और पिंटू थेथर की तरह मुख्यमंत्री आवास में घूमता है और अब पिंटू की राह पर बड़े जनप्रतिनिधियों से बख्शी जी बात करना पसंद नहीं करते हैं! बख्शी जी वन विभाग के अधिकारी हैं और पद एवं पैसे के लालच में झारखंड जनसंपर्क विभाग में पाँच वर्षों से जमे हुए हैं! ऐसे तीनों पिंटू ,शालिनी वर्मा तथ! बक्शी आपस में रिश्तेदार हैं और झारखंड जनसंपर्क विभाग में लूट मचाये हुए हैं।

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