जाति विशेष को लाभ पहुंचाने में विश्रामपुर बीपीओ सबसे अव्वल
आदिवासी एक्सप्रेस संवाददाता मोहम्मद शमीम उंटारी रोड
विश्रामपुर. पलामू:भारत में जगह जगह जातिवाद का खेल खेलकर राजनीति करते आजतक सूना गया था लेकिन प्रखंड कार्यालय में आजतक ऐसा कहीं नहीं सूना गया था ना देखा गया था मनरेगा कार्य विश्रामपुर के सभी पंचायत में चलाया जाता है कहीं कहीं लाभुक मेटेरियल भुगतान के लिए चार वर्षो से ईंतजार कर रहे हैं गुरहा पंचायत में 16लाख रुपए भुगतान के लिए बाधित है तोलरा पंचायत में दिलीप तिवारी डीलर का गाय शेड चार वर्ष पहले पूर्ण हो चुका है लालगढ़ पंचायत में मुकेश पाठक का गाय शेड तीन वर्ष पहले पूर्ण हो चुका है ऐसे ऐसे दर्जनों लाभुक मेटेरियल भुगतान के लिए वर्षों से ईंतजार में बैठे हैं ।लेकिन विश्रामपुर बीपीओ ने अपना पद का दुरुपयोग करते हुए एफटीओ बनाते समय सब भंडार पंचायत का एफटीओ तैयार किया गया जिससे सिर्फ भंडार पंचायत में हीं मेटेरियल भुगतान किया जा सके ।विश्वस्त सूत्रो की माने तो भंडार मुखिया और विश्रामपुर बीपीओ एक हीं बिरादरी से आते हैं और भंडार मुखिया प्रतिनिधि पैसा खर्च करने में भी अव्वल हैं ।ऐसे में विश्रामपुर प्रखंड के अन्य पंचायत के कार्यो में भुगतान का नहीं होना दूसरे मुखिया के लिए नागवार लग रहा इससे विश्रामपुर बीडीओ की छवि काफी धूमिल हुआ है जब प्रखंड कार्यालय में बैठकर कोई अधिकारी एक जाति विशेष को लाभ पहुंचाए तो अन्य लोगो का दूसरे पंचायत के जनप्रतिनिधि का विश्वास उठने लगता है ।लाभुकों ने इसकी शिक़ायत जिला के वरीय अधिकारी से करने की बात कहा।