मध्यवर्गीय पिता के संघर्ष को सुखद परिणाम में बदल दिया विशाल ने 

मनीष बरणवाल 

जामताड़ा :कौन कहता है आकाश में सुराग नहीं हो सकता है तबीयत से एक पत्थर तो उछालो यारो… झारखंड के पिछड़े जिलों में शामिल जामताड़ा जिला का साइबर अपराध के लिए कुख्यात कर्माटांड़ प्रखंड के सीता काटा पंचायत अंतर्गत डुमरिया गांव के बहादुर मंडल के पुत्र विशाल मंडल विपरीत परिस्थितियों में भी सफलता अर्जित कैसे की जाती है इसका जीता जागता उदाहरण है।  चार बार असफल रहने के उपरांत पांचवीं बार में नीट की परीक्षा में 720 में 695 अंक लाकर अपने जिला जामताड़ा और अपने माता-पिता का नाम रोशन किया। एक समय ऐसा भी आया विशाल बार बार असफल होने पर अवसाद में चला गया लेकिन इसके पिता बहादुर मंडल ने स्थिति को सम्हालते हुए अपने पुत्र को नीट की तैयारी हेतु कोटा राजस्थान भेजा। मध्यम वर्गीय होने के कारण उनके पास कोटा में कोचिंग देने के लिए पैसे की तंगी थी लेकिन अपने होनहार बेटे पर भरोसा था।

 इसी भरोसे पर उन्होंने अपने जान पहचान वालों से कर्ज लेकर नीट की तैयारी करवाई। विशाल मंडल ने भी उन्हें निराश नहीं किया पांचवीं बार इसी वर्ष नीट क्वालीफाई कर लिया। बताते चले की विशाल मंडल ने झारखंड बोर्ड से 2018 में दसवीं की परीक्षा सरस्वती शिशु विद्या मंदिर विद्यासागर से 92.4 प्रतिशत लाकर अपने स्कूल में दूसरा स्थान प्राप्त किया था। 

इसके बाद आकांक्षा की परीक्षा दी थी। जिसमें विशाल मंडल को रांची में पढ़ने का मौका मिला। साथ ही गवर्नमेंट बॉयस एंड गर्ल्स प्लस टू हाई स्कूल रांची में 12वीं की पढ़ाई की। इसके उपरांत बीएससी करते हुए बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से जूलॉजी की पढ़ाई विशाल ने की। विपरीत परिस्थितियों में सफलता प्राप्त करने वाले विशाल मंडल ने कहा की अपराध से अर्जित धन हो या मान ज्यादा दिन का मेहमान नहीं होता है। उसने करमाटाड़ के युवाओं से अपील किया कि साइबर अपराध से मुह मोड़कर एक सम्मानित जीवन जीये ताकि करमाटाड़ व जामताड़ा जिला का गौरव बखान हो।

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