गिरिडीह में फैक्ट्रीकर्मी जावेद अंसारी हत्याकांड में शामिल दो अपराधी धराए,तीसरा फरार
गिरिडीह, प्रतिनिधि । जिले के पचम्बा थाना क्षेत्र में फैक्ट्रीकर्मी जावेद अंसारी हत्याकांड का खुलासा करते हुए गिरिडीह पुलिस ने दो अपराधियों घटना के आठ दिनों बाद मुंबई से गिरफ्तार करने में सफलता पायी है। गिरफ्तार अपराधियों की पहचान तौफीक अंसारी और शाकिब हुसैन के रूप में हुई है। इस मामले में तीसरा आरोपी अमीर रैन अब भी फरार है। सोमवार को प्रेसवार्ता कर एसपी अमित रेनू ने इस संबंध में बताया गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने एक बाइक और एक मोबाइल भी जब्त किया है। तौफीक अंसारी पटना के फुलवारीशरीफ का रहने वाला है जबकि शाकिब शहर के गद्दी मुहल्ला के शबाना रोड का रहने वाला है। तौफीक के खिलाफ पटना के फुलवारीशरीफ थाना में एक केस दर्ज है तो नगर थाना में भी इसके खिलाफ कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। शाकिब के खिलाफ भी धनबाद के सुदामडीह के साथ नगर थाना में भी कई केस दर्ज है। फरार अपराधी अमीर रैन कोलडीहा का रहने वाला है। 13 अगस्त को महज 50 रूपए के लिए हुई थी हत्या ,13 अगस्त की रात जावेद अंसारी की महज इसलिए हत्या कर दी गई थी क्योंकि आरोपी तीनों अपराधियों ने उससे सिर्फ 50 रूपए की मांग की गई थी। बताया जा रहा है कि जब जावेद देर शाम अखाड़ा देख कर घर लौट रहा था तो तीनों ने उसे उसके घर से कुछ दूर पहले भंडारीडीह के आजाद नगर के समीप रास्ते में रोकते हुए पचास रुपए की मांग की। नही देने पर तीनो जावेद को घसीट कर दूसरे स्थान पर ले गए और धारदार हथियार से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। हत्या की इस घटना को सुलझाने और आरोपियों तक पहुंचने में पुलिस को मौके पर मौजूद कम्प्यूटर दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से काफी मदद मिली। बताया जा रहा है कि घटना को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी मुंबई फरार हो गए। मुंबई में भी तौफीक और साकिब ने कई बार अपना मोबाइल लोकेशन भी बदला। आरोपियों को पकड़ने के लिए पचम्बा थाना प्रभारी मुंबई में करीब पांच दिनों तक रहे। हत्या के बाद 14 अगस्त को अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों और परिजनों ने सड़क जाम किया था।