नवादा गांव की स्तिथि तनावपूर्ण, किन्तु नियंत्रण में।
संतोष कुमार दास
इटखोरी (चतरा): सोमवार को सिकंदर भुइयाँ का शव को गांव के बगल में शमशान पर अंतिमसंस्कार कर दिया गया । डीएसपी अमिता समेत कई अधिकारी अंतिमसंस्कार में शामिल हो कर घाट पर मौजूद रहें। बताते चले की रविवार को इटखोरी प्रखंड के नवादा गांव में सिकंदर भुइयाँ की निर्मम हत्या कर दिया गया था। ग्रामीण आक्रोशत हो गए जिसके बाद मौके पर एसडीओ जहूर आलम व डीएसपी अमिता लकड़ा गांव में मौजूद थे। आक्रोशित ग्रामीणों ने बीडीओ सोमनाथ बंकिरा को घर मे बंद कर दिया था।बीडीओ के करीब चार घंटे कैद में रखा गया। ग्रामीण लगा रहे विशेष समुदाय पर लगा रहे हत्या का आरोप मृतक के भाई ने बताया कि मेरा भाई सुबह छह बजे शौच के लिए निकला था लेकिन उसके बाद घर वापस नहीं आया। काफी खोजबीन करने के बाद करबला से उसका शव मिला, शव के आंख पर गंभीर चोट के निशान था। शरीर पूरी तरह झुलसा हुआ है। इस घटना के बाद ग्रामीण काफी आक्रोशित रहें और वे लोग एक समुदाय विशेष पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं।जानकारी के अनुसार भुइयां जाति को वर्ष 1980 में भूदान के तहत लगभग तीन एकड़ जमीन दिया गया था। उस जमीन पर एक दूसरे समुदाय के कब्जा जमाना चाह रहे हैं। इस बात को लेकर कई बार समझौता का प्रयास किया गया लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। इस घटना के बाद एक दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें तीन लोगों की गिरफ्तारी की गई है मृतक के बड़े भाई बहादुर भुइयाँ के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। ग्रामीण ने रखी ये मांग आक्रोशित ग्रामीण देर शाम तक शव उठने नहीं दे रहे थे। उन्होंने मृतक के आश्रित को नॉकरी देने तथा अभियुक्तों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं थे। किसी तरह से मामला को शांत करा कर शव को रात में हीं पोस्टमार्टम के लिए सदर स्पताल चतरा भेज गया था। पोस्टमार्टम के बाद शव घर पर पंहुचा जिसके बाद ग्रामीण एक सरकारी नौकरी और हत्यारों को गिरफ्तारी लेकर मांग करने पर अड़े रहें हैं मौके डीएसपी अमिता लकड़ा ने अस्वसान दिया की हत्यारों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा और जो मांगे है उसको पूरा किया जाएगा। घटनास्थल से लेकर पुरे गांव में सेट टीम की जवानो को तैनात कर दिया गया है।घटना के बाद परिवार वालों को रो रो कर बुरा हाल गया है। गांव में पसरा मातम।