हजारीबाग। विद्यालयों में शिक्षकों का युक्तिकरण पर हिच बना हुआ है। छात्र -शिक्षक अनुपात में किए जाने वाले युक्तिकरण में आर टी ई के साथ साथ वरीय शिक्षक, गंभीर बीमारी से ग्रसित शिक्षक,भाषा विज्ञान और समाजिक विज्ञान के शिक्षकों के पदस्थापना औचित्य को दरकिनार कर जिले में की जा रही युक्तिकरण से सरकारी शिक्षकों में रोष है। इसी विषय को लेकर झारखंड प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त हजारीबाग से मिला और युक्तिकरण में जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय द्वारा की जा रही मनमानी से अवगत कराया।
तथा इसे रद्द कर मानक के अनुरूप छात्र हित में नई सूची तैयार करवाने की मांग रखी।*8 मई को औचक निरीक्षण के तहत शिक्षकों पर की गई कार्रवाई समाप्त करने की मांग विदित हो कि 8 मई को उपायुक्त हजारीबाग के निर्देशानुसार विद्यालयों में औचक निरीक्षण के दौरान लगभग 65 शिक्षकों का एक दिन का वेतन रोक दिया गया था। लगभग 2 महीने पूर्व ही शिक्षकों द्वारा स्पष्टीकरण सौंप दिए जाने के बाद भी जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय की लापरवाही के चलते शिक्षकों पर की गई कार्रवाई को समाप्त नहीं किया गया है। उल्टे प्रभावित शिक्षकों का वार्षिक वेतन वृद्धि भी रोक दी गई है। इस संदर्भ में उपायुक्त से अपने स्तर से शीघ्र निर्णय लेने का आग्रह किया गया।
*संकल्प 281 पर का लाभ देने की मांग – 2003 में प्रथम सूची से विलम्ब से नियुक्त शिक्षकों को परिकल्पित तिथि देने पर जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा शिक्षा सचिव को गलत रिपोर्ट देने की शिकायत भी संघ द्वारा उपायुक्त से किया गया ।तथा किस तरह से विभागीय गलती से बाथ में नियुक्त शिक्षक वरीय और वेतन में भी आगे हो गए।*प्राथमिक शिक्षकों का प्रोन्नति*- जिले में लम्बे समय से प्रोन्नति की बाट जोह रहे शिक्षकों का धैर्य जबाब दे रहा है।
बार बार विभागीय आदेश के बावजूद कछुआ की गति से प्रोन्नति देने पर कार्य कर रहे जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय का शिकायत भी उपायुक्त से करते हुए शिक्षकों को विभिन्न ग्रेडों में शीघ्र प्रोन्नति दिलाने के लिए अपने स्तर से जिला शिक्षा अधीक्षक को निर्देश देने का आग्रह किया। उपायुक्त से झारखंड प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों की वार्ता सौहार्द पूर्ण वातावरण में हुआ। उपायुक्त ने प्रतिनिधियों के समक्ष ही अपने अधीनस्थ कर्मचारी को विभिन्न मुद्दों पर जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षक को फाइल बढ़ाने के लिए सूचित करने को कहा।
उपायुक्त से मिलकर संघ के प्रतिनिधि आश्वस्त हुए और विभिन्न मुद्दों पर तुरंत एक्शन लेने के लिए धन्यवाद दिया। प्रतिनिधिमंडल में संघ के महासचिव प्रेम प्रसाद राणा, अध्यक्ष अशोक राम, संयोजक दशरथ प्रसाद, विनोद कुमार पासवान, नौशाबा शाहिन, विनोद कुमार, सुनीता लुगून , सुनीता कुमारी विष्णु दत पाठक आदि शामिल थे।