News Agency : उन्हें जल्दी-जल्दी दो घड़े पानी भरकर लौटना है ताकि घर का बाकी काम कर सकें.दिन में तीन बार क़रीब दो किलोमीटर दूर स्थित मीठे पानी के नल से पानी भरना उनका रोज़ का काम है. गर्भावस्था में भी उन्हें इससे फ़ुरसत नहीं मिल सकी है.उत्तर प्रदेश के मथुरा ज़िले के गोवर्धन इलाक़े के कई गांवों में पीने के पानी की समस्या है. नीम गांव भी इनमें से एक है.सिर्फ़ गर्भवती नीतू ही नहीं इस गांव की बच्चियां, महिलाएं और बूढ़ी औरतें पानी ढोने के लिए अभिशप्त हैं.यहां…
Read More