मंद हंसी से ब्रह्मांड का निर्माण करने वाली “मां कुष्मांडा” देवी दुर्गा का चौथा स्वरूप हैं. मां कुष्मांडा की पूजा नवरात्रि के चौथे दिन की जाती है. नवरात्रि का चौथा दिन वाणी और बुद्धि प्राप्त करने का है. इस दिन हर तरह की विद्या और बुद्धि की प्राप्ति होती है. जिन लोगों की कुंडली में बुध कमजोर हो, उनके लिए मां कुष्मांडा की पूजा विशेष होती है. चौथे दिन की साधना से व्यक्ति को वाक्शक्ति मिल जाती है. मान्यता है कि सिंह पर सवार मां कुष्मांडा सूर्यलोक में वास करती…
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