“हम एक धर्मनिरपेक्ष देश के नागरिक हैं और किसी भी राजनीतिक पार्टी को अपनी राजनीति करने से पहले इस बात का ध्यान रखना होगा. मेघालय के जनजातीय लोग सैकड़ों सालों से इस तरह का खान-पान करते आ रहे हैं. यह हमारी रिवाज के अनुसार है. कोई भी पार्टी अपने राजनीतिक फायदे के लिए गोमांस पर प्रतिबंध लगाने की बात कैसे कर सकती है?” शिलॉन्ग शहर में रहने वाली अमांदा बसाइयवमोइट अपनी नाराज़गी कुछ इस कदर व्यक्त करती हैं. दरअसल, अमांदा पूर्वोत्तर राज्यों में भाजपा की राजनीति करने के तरीके पर…
Read More