भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा आज औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल होंगे. पिछले महीने 28 मार्च को उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी और शामिल होने को लेकर विस्तृत बात हुई थी. पिछले दिनों कांग्रेस प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल ने एक ट्वीट कर बताया था कि बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा 6 अप्रैल को औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल होंगे.
शत्रुघ्न सिन्हा संभवत: पटना साहिब सीट से चुनाव लड़ेंगे. वे पहले से ही कहते रहे हैं कि ‘सिचुएशन जो भी हो, लोकेशन वही होगा’. बीजेपी ने इस बार उनहें टिकट न देकर इस सीट से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को उतारा है. अभिनेता से राजनेता बने सिन्हा प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के कामकाज के आलोचक रहे हैं और दोनों पर देश को तानाशाह की तरह चलाने का आरोप लगाया है. वे देश के अलग अलग हिस्सों में रैलियों को संबोधित करते रहे हैं. शत्रुघ्न सिन्हा कहते रहे हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में लोकशाही थी, जबकि मोदी सरकार में ‘तानाशाही’ है.
शत्रुघ्न सिन्हा ने वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और शांता कुमार से सहमति लिए बिना उनका टिकट काट दिए जाने पर भी बीजेपी नेतृत्व की आलोचना की थी. पटना साहिब सीट से एक और सिन्हा बीजेपी के राज्यसभा सदस्य आर.के. सिन्हा चुनाव लड़ना चाहते थे. सिन्हा ने अभी हाल में कहा कि राज की बात तो सब जानते थे. हां, मैंने सोनिया जी, राहुल और प्रियंका के साथ हाथ मिलाया है। मैं अब कांग्रेस का हिस्सा हूं. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, मैंने बहुत सोच विचार कर यह फैसला किया है. कांग्रेस वही पार्टी है, जिसने भारत को आजाद कराया. उसने हमें सरदार वल्लभ भाई पटेल, पंडित जवाहर लाल नेहरू जैसे राष्ट्रीय नेता दिए हैं.
फिल्म अभिनेता और ‘बिहारी बाबू’ के नाम से चर्चित शत्रुघ्न कई मौकों पर ‘पार्टी लाइन’ से हटकर सार्वजनिक रूप से बयान देते रहे हैं. पिछले दिनों सिन्हा ने रांची जाकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद और पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से मुलाकात की थी. इससे पूर्व भी कई मौकों पर सिन्हा पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तारीफ करते रहे हैं.
बीजेपी नीत एनडीए ने लोकसभा चुनावों के लिए बिहार की 40 में से 39 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. पटना साहिब से जहां केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया है, वहीं गिरिराज सिंह बेगूसराय से चुनाव लड़ेंगे. पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद को चुनाव मैदान में उतारा गया है. पाटलिपुत्र से केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव प्रत्याशी होंगे. एनडीए ने हाजीपुर से केंद्रीय मंत्री रामविलास पासावन के भाई और लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस को उम्मीदवार बनाया है.
बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से बीजेपी और जेडीयू 17- 17 और लोजपा छह सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा पहले ही कर चुकी थी. बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में चुनाव होंगे. बिहार में 11 अप्रैल, 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, छह मई, 12 मई और 19 मई को मतदान होंगे. 23 मई को मतगणना होगी.
अभी हाल में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के खिलाफ बीजेपी के राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा के समर्थकों ने पटना में विरोध प्रदर्शन किया था. सिन्हा के समर्थक जब रविशंकर के विरोध में नारा लगाने लगे, तब दोनों नेताओं के समर्थकों में जमकर मारपीट हुई. दरअसल, बीजेपी के मौजूदा सांसद और आडवाणी खेमे के नेता शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट काटकर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से प्रत्याशी बनाया गया है. कहा जा रहा है कि आर के सिन्हा भी पटना साहिब से टिकट के दावेदार थे. सिन्हा को पटना साहिब का टिकट नहीं मिलने से उनके समर्थक नाराज हैं और वे रविशंकर प्रसाद का विरोध कर रहे हैं.