हजारीबाग। शहर के कुरैशी मोहल्ला स्थित जाने-माने समाजसेवी बाबर कुरैशी के मकान में शाबान-उल-मुअजम की पहली रात बाद नमाज़ ईशा कुरान खानी और मिलाद-उल-नबी का एहतेमाम हुआ।
मालूम हो कि 20 फरवरी को चिश्ती मुहल्ला स्थित मदरसा अहले सुन्नत गरीब नवाज में पीर ए तरीकत हज़रत मौलाना सैयद शाकिर असदकी की सरपरस्ती में फैजान ग़रीब नवाज़ कांफ्रेंस व दस्तर बंदी का आयोजन किया गया, जिसमें हाफ़िज़ अल-क़ुरान के दस छात्रों के सिर पर हाफ़िज़ दस्तर बंदी का ताज रखा गया,
जिन्हें हाफिज का प्रमाण पत्र (सनद) से नवाजा गया उनमें हाफिज दानिश, हाफिज मुहम्मद निहाल, हाफिज मुहम्मद मिराज, हाफिज मुहम्मद साजिद, हाफिज मुहम्मद मासूम, हाफिज महताब, हाफिज मुहम्मद तबरेज, हाफिज अब्दुल मन्नान , हाफिज मुहम्मद तौसीफ,हाफिज मुहम्मद मासूम, हाफिज मुहम्मद तबरेज, हाफिज मुहम्मद तौसीफ और हाफिज मुहम्मद साजिद के नाम उल्लेखनीय हैं। बताते चलें कि इसी प्रोग्राम को समाजसेवी बाबर कुरैशी मंगलवार की रात अपने आवास पर एक नूरानी महफिल का आयोजन कर नवनियुक्त दस हाफ़िज़ ए कुरान को सर पर सफेद पगड़ी बांध कर व फूलों का माला पहना कर सभी को सम्मानित किया।
इस मौके पर सरदार मस्जिद के खतीब व इमाम मौलाना अब्दुल हकीम, हाफिज आरिफ असदकी, हाफिज व कारी मुहम्मद कलीम, मौलाना मुहम्मद शमशीर, हाफिज मुहम्मद शरीफ, हाफिज मुहम्मद बिलाल के अलावे विशिष्ट अतिथि के रूप में मुहम्मद निजामुद्दीन कुरैशी (पहलवान) हाजी मुहम्मद इकराम कुरैशी, मुहम्मद इस्माइल और मुहम्मद इस्राइल कुरैशी, मुहम्मद आरिफ, ऐनुल हक,सुल्तान कुरैशी, नसीरुद्दीन नासो, प्यारे भाई आदि अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।