प्रयागराज से शुरू हुई कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी की तीन दिवसीय यात्रा का समापन बुधवार को वाराणसी में होगा। सुबह प्रियंका गांधी चुनार से सड़क मार्ग से रामनगर में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पैतृक निवास पर पहुंचेंगी। वह रामनगर स्थित पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पैतृक आवास पर स्थापित प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगी। इसके बाद प्रियंका गांधी ‘सांची बात प्रियंका के साथ’ कार्यक्रम के जरिए जनता से सीधा संवाद करेंगी।रामनगर घाट से नौका से वे अस्सी घाट आएंगी और यहां विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं व समाज के लोगों से संवाद करेंगी।
फिर नाव से ही वे दशाश्वमेध घाट पहुंचेंगी और यहां मल्लाह समाज के लोगों से बातचीत करने के बाद काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन पूजन करेंगी। बाबा दरबार में पूजन के लिए कांग्रेसी नेताओं ने न्यास अध्यक्ष से लेकर कई पुजारियों से संपर्क किया है। दोपहर बाद सरोजा पैलेस में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगी। इसके बाद पुलवामा हमले में शहीद अवधेश यादव, विशाल पांडेय और रमेश यादव के आवास पर जाएंगी। शाम को बाबतपुर एयरपोर्ट से प्रियंका गांधी दिल्ली रवाना हो जाएंगी।
प्रियंका पहले शूलटंकेश्वर से अपने अभियान की शुरुआत करने वाली थी, मगर समय को देखते हुए अब वह रामनगर पहुंचेंगी। अस्सी घाट पर निषाद समाज और महिलाओं के साथ संवाद करेंगी। इस दौरान गंगा की दुर्दशा, काशी के विकास के नाम पर तोड़फोड़ और भाजपा उनके निशाने पर रहेगी। इसके लिए घाटों पर महिलाओं और युवाओं को एकत्र करने की कोशिश की जा रही है।
पूर्वांचल के दौरे पर आईं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार को दूसरे दिन की शुरुआत जगत जननी माता सीता के दरबार में मत्था टेक कर की। सीता समाहित स्थल मंदिर के मुख्य द्वार पर उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान मोदी और योगी सरकार पर निशाना साधा।
प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दो साल में यूपी में विकास का कोई कार्य नहीं हुआ है। बोलीं, जो सरकार दो साल का रिपोर्ट कार्ड पेश कर रही है, वह जमीन पर आकर देखे कि वास्तविक स्थिति दावों से अलग है। योगी सरकार की ओर से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दो साल में कई बार 17 हजार रुपये मानदेय देने का वादा किया गया लेकिन वे अभी तक आठ हजार पर ही अटके हैं।
प्रियंका ने कहा कि प्रयागराज से लेकर भदोही तक किसानों, नौजवानों, शिक्षामित्रों और आशा बहुओं से मुलाकात और बातचीत में जान गई हूं कि जमीन पर कुछ भी नहीं हुआ है। सब के सब दो साल से प्रताड़ित किए जा रहे हैं। उन्हें उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है।
केंद्र की मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार को कोसने के लिए 70 साल तक शासन करने की लगातार रट लगाने की तारीख अब एक्सपायर्ड हो चुकी है। अब देश जानना चाहता है कि पांच साल के शासन में एनडीए और आपने क्या किया, बताएं।