30 जून हुल दिवस के अवसर पर आदिवासी केंद्रीय सरना समिति हजारीबाग ,यंगब्लड आदिवासी समाज ,ऑल संथाल स्टूडेंट्स यूनियन आदिवासी छात्र संघ संथाल समाज द्वारा हूल दिवस कार्यक्रम आयोजित की गई। हूल दिवस की कार्यक्रम की शुभारंभ हजारीबाग आयुक्त नैंसी सहाय एवं एसपी रतन चौबे ने हजारीबाग स्थित सिद्धू कानू की प्रतिमा पर स्वतंत्र भारत के प्रथम स्वतंत्रता फ्रीडम फाइटर सिद्धू कानू को पुष्प और माल अर्पण कर सिद्धू कानू को याद किया।
तत्पश्चात आदिवासी केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष महेंद्र बैक,रमेश हेमरोम, जगन कच्छप, गोल्डन करकेट्टा, महेंद्र कुजूर,फुलवा कच्छप, महेंद्र टोप्पो,संथाल स्टूडेंट यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष मनोज टुडू, चरही मुखिया महादेव, महालल, छात्र संघ के केंद्रीय उपाध्यक्ष सुशील ओड़िया, चुन्नूलाल हसदा रामकिशोर मुर्मू ,नीरज ,बबलू मुर्मू, बटेश्वर मेहता, शंभू यादव सभी छात्राएं माता पिता भाई बहनों ने सिद्धू कानू की जल जंगल जमीन के प्रति प्रेम के लिए सदा संघर्ष करने पुष्पमाला अर्पित कर दृढ़ संकल्प लिया।
इस कार्यक्रम के बाद संत कोलंबा स्टेडियम में 1200 स्क्वायर फिट का रिकॉर्ड 50000 ईट के टुकड़े से जमीन पर सिद्धू कानू की प्रतिमा बनाने वाले कलाकार को आदिवासी केंद्रीय सरना समिति एवं यंग ब्लड आदिवासी समाज सह ऑल संथाल स्टूडेंट्स यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष मनोज टुडू, महेंद्र कुजूर, रतन करकेट्टा,फुलवा कचछप, गोल्डन,द्वारा सम्मानित किया गया।सुमित गुंजन के कल्याण कलर के मुख्य कलाकारों के सहयोगी में अनुराधा साहू रिया कुमारी अभिषेक साहू अमन साहू कुंदन कुमार पिंटू साहू सोनू कुमार सुभाष कुमार सुमित कुमार रुक्मिणी देवी छोटेलाल लगभग सभी गिरिडीह निवासी है इन सभी को मनोज टुडू ने तहे दिल से धन्यवाद दिया कि एक ऐतिहासिक हूल दिवस के उपलक्ष पर ने इस प्रकार का मोमेंट वर्ल्ड रिकॉर्ड आकृति बनाकर ऐतिहासिक दिन को याद करना गर्व की बात है पूरे झारखंड पूरे विश्व के लिए।
आर्ट एंड कल्चर के मुख्य कलाकार सुमित गुंजन ने कहा कि इसके पूर्व बिरसा मुंडा के चित्र को 1100स्क्वायर फीट पर बनाकर विश्व रिकॉर्ड गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपने नाम दर्ज कराया था और अपने पुराने रिकॉर्ड को तोड़ 1200 स्क्वायर फीट पर सिद्धू कानू की प्रतिमा को इस हूल दिवस के ऐतिहासिक दिन पर इन्हें एक प्रेम श्रद्धा अर्पित करने का सबसे सुनहरा दिन है। जिसे दुनिया सदा याद रखेगी।
इस कार्यक्रम के बाद सरहुल मैदान हजारीबाग में वृक्षारोपण के कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया सर्वप्रथम पूर्व सरना समिति के अध्यक्ष जगन कच्छप ने वृक्षारोपण का कार्य शुभारंभ किया , यह वृक्षारोपण कार्यक्रम अगले दो महीने तक करने के निर्णय लिया गया है। इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में मनोज टुडू, महेंद्र बेक, सुनील लकड़ा,जगन कच्छप,महेंद्र कुजूर, रतन करकेट्टा, फुलवा कचछप, बरसी,झरियो, रवि गौरव प्रीतम उरांव प्रदीप बेड़िया हीरालाल किस्कू, ललिता सोरेन ,अनीशा उरांव ,निरंजन उरांव, संतोष सोरेन, राजकुमार कस्कू,अनिल टुडू, बिरसा मुंडा ,सुरेश हसदा, संजय , पप्पू एकका ,विमल टुडू सिकंदर मरांडी, रीना सोरेन सुषमा मुर्मू ज्योति टुड्डू प्रियंका हरदा सीमा कुजूर अंजू मरांडी आरती मुर्मू सुबह प्रिया टोप्पो खुशबू खालको पिंकी प्रमिला मुर्मू, गीता मुर्मू ,मनीता कुजूर, एंजेल ,निशा कश्यप, लक्ष्मी ,संगीत मुर्मू ,मिराटुडू संगीता लिंडा, हर्षिता तिर्की,अनीशा टोप्पो, मैक्सिमा सोरेन ,निशा हसदा, लोगों ने वृक्षारोपण कार्यक्रम किया।यंग ब्लड आदिवासी समाज सह ऑल संथाल स्टूडेंट यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष मनोज टुडू ने कहा कि सिद्धू ,कानू, चांद ,भैरव ,पानो ,झानो सभी स्वतंत्रत भारत के प्रथम फ्रीडम फाइटर थे जिन्होंने सर्वप्रथम अंग्रेजों के खिलाफ सभी आदिवासी एकजुट होकर अपने जल जंगल जमीन के खिलाफ विद्रोह कर दिया था और यही विद्रोह हूल दिवस कहलाया और यह एक ऐतिहासिक दिन को पूरे भारत के लोगों को जानना चाहिए इसलिए राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार से निवेदन करना चाहता हूं कि सिद्धू कानू चांद भैरव फूलों जानू को सरकारी एनसीआरटी बुक में इतिहास सब्जेक्ट में शामिल किया जाए उनके साहसिक संघर्ष के जीवन को लोगों के सामने लाया जाए।जगन कच्छप ने कहा आज हम सभी लोगों ने सिद्धू कानू के शासक जीवन को याद कर गवानित होते हैं और हमेशा अपने समाज को अच्छे राह पर ले जाने के लिए जल जंगल जमीन के लिए लड़ाई के लिए तैयार रहने की प्रेरणा मिलती है।महेंद्र कुजूर ने कहा इसी तर्ज पर अपने सरना स्थल को सुंदर एवं अच्छे बनाने के लिए दो महीने तक वृक्षारोपण का कार्यक्रम किया जा रहा है।महेंद्र बैक ने कहा कि हम सभी लोग एकजुट होकर आवाज उठाना होगा अपने हक एवं अधिकार के लिए,,जिस प्रकार सिद्धू कानू हमारे पूर्वज ने अपने जल जंगल जमीन के लिए आवाज उठाई थी ।वर्तमान में सभी युवाओं को अपने सभी फ्रीडम फाइटर के जीवनी से प्रेरणा लेकर अच्छे गुना को अपने अंदर शामिल करने की प्रेरणा दी जाए।