विजय सिन्हा,
देवघरः पंचायत प्रशिक्षण केन्द्र (डाबर ग्राम) में स्वच्छ भारत मिशन, ग्रामीण अंतर्गत जिला जल एवं स्वच्छता समिति, देवघर द्वारा जलसहिया सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिला स्तरीय सम्मेलन में जिले भर की 300 से अधिक जलसहिया और करीब एक सौ पंचायत प्रतिनिधि शामिल हुए।
इस दौरान रांची के खेलगांव में आयोजित राज्य स्तरीय सम्मेलन का सीधा प्रसारण भी पंचायत प्रशिक्षण केन्द्र में चलाया गया। इस दौरान माननीय मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य की जलसहिया बहनों को मार्च 2019 से एक हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय राशि देने की घोषणा की. इसके अतिरिक्त अलग से प्रोत्साहन राशि देने की भी घोषणा की. यह राशि डीवीटी के माध्यम से सीधे जलसहिया दीदियों के बैंक अकाउंट में भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि जलसहिया बहनों की लंबी समय से मांग थी कि उन लोगों को मानदेय नहीं मिलता है। सरकार द्वारा उनकी मांगों को गंभीरता से लिया गया तथा राज्य के प्रत्येक जल सहिया बहनों को ₹1000 प्रतिमाह मानदेय देने की स्वीकृति कैबिनेट द्वारा दी गई। जलसहिया बहनों के लिए किया गया वादा आज हमारी सरकार ने पूरी की है।
जल सहिया बहनों को स्वच्छता एवं पेयजल के क्षेत्र में किए जा रहे मूल कार्यों के लिए यह मानदेय दिया जाएगा साथ ही इसके अतिरिक्त की जा रही गतिविधियों के लिए प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। साथ हीं माननीय मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आने वाले समय में जल सहिया बहनों को प्लंबर की ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि घर घर पाइप-लाइन के माध्यम से पानी पहुंचाने में उन्हें रोजगार मिल सके। कार्यक्रम में उपस्थित सभी जलसहिया व अतिथियों ने माननीय मुख्यमंत्री रघुवर दास के संबोधन को सुना। माननीय मुख्यमंत्री की घोषणा से कार्यक्रम में उपस्थित सभी जलसहिया बहनों ने ताली बजाकर अपना हर्ष जताया।
सम्मेलन में देवघर और मधुपर के कार्यपालक अभियंता क्रमशः आनन्द कुमार और अरविंद मुर्मू, जिला समन्वयक सुजीत त्रिवेदी, पंकज भूषण पाठक, विजय कुमार तथा सभी प्रखण्ड समन्वयक भी उपस्थित थे।