संवाददाता
बरहरवा: बोल्डर चिप्स की अवैध ढुलाई पर अंकुश लगाने को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा बरहरवा फरक्का मुख्य पथ पर मिर्जापुर फुटानीमोड़ पर स्थापित की गई चेकनाका से होकर बगैर माइनिंग के सैकड़ों ट्रकों का परिचालन होने की समाचार आजकल सुर्खियों में है। हालांकि चेकनाका पर तैनात दंडाधिकारी एवं अंचल अधिकारी के द्वारा इस खबर को एक अफवाह बताया गया है। यदि चेकनाका के आसपास के ग्रामीण एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की माने तो इस पथ से होकर प्रत्येक दिन सैकड़ों ट्रकों का परिचालन होता है पर इसके अनुपात में चेकनाका पर महज 20 से 30 चालान ही जमा होने की बात सामने आई है। वही बरहरवा के पूर्व जिला परिषद वृंदा राय के पति ओमप्रकाश राय, मिर्जापुर पंचायत के उप मुखिया आलमगीर आलम, पंचायत समिति सदस्य शिव ठाकुर मरांडी व अन्य भाजपा नेताओं का कहना है कि नियोजित ढंग से इस पथ से होकर प्रत्येक दिन बगैर माइनिंग चालान वाले बोल्डर चिप्स बंगाल की ओर ले जाया जाता है। वही बताया जाता है कि इस खेल में छोटे पदाधिकारी से लेकर स्थानीय छुटभैया नेताओं की भी मुख्य भूमिका है। वही बताया जाता है कि कुछ महीना पहले भी इस पथ से होकर बगैर माइनिंग चालान के ट्रकों का परिचालन होने को लेकर समाचार पत्रों में समाचार भी प्रकाशित हुई थी, जिस पर जिला प्रशासन के आला अधिकारियों ने कड़ी कार्रवाई भी किया था पर कालांतर में माइनिंग चोरी का यह धंधा अब फिर से परवान चढ़ने लगा है। जहां स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि यदि इस पथ से होकर परिचालित होने वाले बगैर माइनिंग चालान वाले बोल्डर चिप्स के वाहनों पर यदि अंकुश नहीं लगाया गया तो स्थानीय लोग एवं जनप्रतिनिधि बहुत जल्द सड़क पर उतरने को विवश होंगे। इस संबंध में प्रशासन का पक्ष जानने के लिए जब अंचल अधिकारी बरहरवा रामजी वर्मा से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि माइनिंग चोरी की बात उसके सामने नहीं आई है यदि बगैर माइनिंग के ट्रकों का परिचालन हो रहा है तो वह उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। अब देखना दिलचस्प होगा कि अंचल अधिकारी कब इस दिशा में ठोस कार्रवाई करते हैं और पूरे मामले को गंभीरता से कब तक लेते हैं।