डीएवी स्कूल में फीस जमा करने के लिए बच्चे को क्लास छोड़ कर घंटों खड़ा रहना परता है .इस बात पर जब फिस जमा काउंटर पर स्कूल के स्टाफ से पूछा गया तो वहां के स्टाफ का कहना था कि ये तो बच्चा का गार्जियन समझे वो अपना छुटी लेकर आए इसमें हम कुछ नही कर सकते हैं। बच्चे के लिए ना तो अलग किसी प्रकार की कोई व्यवस्था अलग से की गई है और ना ही कोई अलग काउंटर बनाया गया है यही नहीं वहां बच्चे के गार्जियन को भी किसी प्रकार का कोई कुर्सी पंखा या कोई अन्य व्यवस्था नहीं है गार्जियन फीस जमा करने के लिए 3 से 4 घंटा देना परता है इस वजह से कई गार्जियन जो प्राइवेट नौकरी से जुड़े हैं ,कई गार्जियन ऐसे हैं जो बाहर कमाते हैं ,कई गार्जियन व्यवसाय से जो जुड़े हैं .
उन्हें फीस जमा करने में कई सारे कठनाई का सामना करते हुए भी जाते हैं ऐसे में बच्चे खुद स्कूल में पढ़ाई को छोड़ फीस जमा करने लंबे कतार में लग कर घंटों खड़ा रहते हैं स्कूल के इस रवैया से बच्चे के साथ साथ गार्जियन भी नाराजगी जताते हुए कई गार्जियनो ने बताया कि यहां गार्जियन के टाइम का कोई महत्व नहीं दिया जाता है और आप लोग सामने देख सकते हैं की बच्चे किस तरह से खरे हैं क्या प्रिंसिपल स्कूल 2 काउंटर नहीं खुलवा सकते हैं फीस जमा लेने वाले स्टाफ इतना मंद गति से काम करते हैं इनको हटा कर कोई अच्छे तेजी से काम करने वाले स्टाफ को बहाल करें अब देखना ये है की कितना जल्द स्कूल के प्राचार्या इस व्यवस्था को दुरुस्त करती है.फीस जमा करने पर ही एडमिट कार्ड दिया जाते हैं.