चुनाव आयोग से पश्चिम बंगाल को ‘अति संवेदनशील राज्य’ घोषित करने की अपील करने पर भाजपा पर प्रहार करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया कि भगवा पार्टी केंद्रीय बलों की आड़ में छिपने का प्रयास कर रही है क्योंकि वह राज्य में एक भी सीट नहीं जीत सकती। बनर्जी ने कहा कि चुनाव आयोग को केवल भाजपा का नहीं बल्कि सभी राजनीतिक दलों का ख्याल रखना है। वह एक संवैधानिक निकाय है और उसे भाजपा के दुष्प्रचार के प्रभाव में नहीं आना चाहिए।
भाजपा ने चुनाव आयोग से पश्चिम बंगाल में निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए उसे अति संवेदनशील राज्य घोषित करने की अपील की है और मांग की है कि राज्य में सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बल तैनात किये जाएं। बनर्जी ने कहा, ‘वह संवेदनशील मतदान केंद्रों की सूची कैसे तैयार कर रही है। चूंकि हम (भाजपा अध्यक्ष) अमित शाह और प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) से टक्कर ले रहे हैं अतएव बंगाल को निशाना बनाया जा रहा है। चुनाव आयोग को निष्पक्षता से बर्ताव करना चाहिए।’
पश्चिम बंगाल को सबसे शांतिपूर्ण राज्य बताते हुए मुख्यमंत्री ने सवाल किया, ‘उत्तर प्रदेश में क्या हो रहा है? गौ रक्षा के नाम पर कितने लोगों को पीट पीट कर मार डाला गया? क्या यह बिगड़ती कानून व्यवस्था का उदाहरण नहीं है?’ चुनाव आयोग द्वारा पश्चिम बंगाल में सात चरण में चुनाव कराने की घोषणा के बाद विपक्षी दलों ने दावा किया था कि यह राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था का परिचायक है। भाजपा की नजरें 42 लोकसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल की कई सीटों पर हैं। 2014 में राज्य में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने 34, कांग्रेस ने चार और भाजपा एवं माकपा ने दो दो सीटें जीती थी।