रिपोर्ट- अविनाश मंडल
पाकुड़: ऐसे तो पाकुड़ जिले में भूमाफियाओं का आतंक बढ़ता ही जा रहा है । कहीं सरकारी जमीन पर कब्जा, तो कहीं रातों-रात तालाब को भर देना, तो कहीं विवादित जमीन पर भूमाफियाओं द्वारा दिन दोपहर गोली चला देना यह सब पाकुड़ जिले में आम सी हो गई है, ऐसे में एक ताजा मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र का है, आपको बता दे की मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चाचकी से लेकर पश्चिम बंगाल तक जाने वाली सरकारी केनाल जो किसानों के लिए कृषि के कार्य के लिए वर्षो पहले केनाल का निर्माण कराया गया था, वैसे तो पूर्व में ही बंगाल की तरफ से कैनाल को बंद कर दिया गया है लेकिन झारखंड में बरसात के मौसम में कैनाल में पानी भर जाता था जिससे किसान पाठ की खेती कर अपना भरण पोषण कर रहे थे जिसपर सरकार का भी ध्यान हमेशा से रहा है, लेकिन भू माफियाओं का बढ़ता मनोबल सरकारी कैनाल को ही मिट्टी भर प्लाट बेचने की तैयारी कर चुके हैं, कई जगहों पर तो केनाल में मिट्टी, पत्थर भरकर प्लॉट को बेच दिया गया है और कहीं पर कैनाल के ऊपर मिट्टी डालकर कई दुकानें भी खोल दी गई है, और कई दुकानें अब भी बन रही है जिससे साफ यही पता चलता है कि माफियाओं का मनोबल बढ़ता जा रहा है, जिसको देखने से साफ यही पता चलता है कि कहीं ना कहीं अधिकारियों की अनदेखी कहे लापरवाही कहे या संप्लिप्तता। शुत्रों की माने तो पहले भी कई बार स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा इस केनल में भरपाई को लेकर विरोध भी किया गया था, कई बार विभागीय कार्यवाही भी हुई है, लेकिन आखिर विभाग करे तो करे क्या। इस संबंध में पाकुड़ अंचल निरीक्षक देवकांत ने बताया की ये मामला विभाग के संज्ञान में है, पहले भी कई बार कार्यवाही हुई है, पुनः इस पर अभियान चलाने की जरूरत है। दरअसल केनल के पीछे रैयती जमीन है जिस पर लोग घर बना रहे है, लेकिन रास्ता एक मात्र केनल ही है, जिसे लोग मनमानी तरीके से सड़क निर्माण कर रहे है, अगर इस केनल पर दुकान या घर बनी है, तो निश्चित रूप से विभागीय कार्यवाही होना है। सरकारी जमीन पर कोई भी बिना आदेश का निर्माण कार्य नहीं कर सकते है।